को लकाता के कॉलेज में सामूहिक दुष्कर्म का आरोपी मोनोजीत मिश्रा का लॉ कॉलेज में बहुत दबदबा था। मनोजीत छात्र नेता रहा और इतना खौफ था कि कॉलेज के अध्यापक और प्रिंसीपल भी उससे डरते थे।

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मोनोजीत के खिलाफ पहले भी प्रताड़ना, शोषण करने के कई मामले दर्ज हो चुके थे और वह अपराधी किस्म का व्यक्ति रहा है, लेकिन उसके प्रभाव के चलते उसके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं होती थी।

संवाददाता,शैल ग्लोबल टाइम्स/ हिंदुस्तान ग्लोबल टाइम्स /उत्तराखंड राज्य आंदोलनकारी, अवतार सिंह बिष्ट

लॉ कॉलेज की एक छात्रा ने मोनोजीत के खौफ की ऐसी कहानी बताई, जिसे जानकर हर कोई दंग रह जाएगा। मीडिया रिपोर्ट्स की माने तो अब कॉलेज की एक और छात्रा ने आरोप लगाया है कि कैंपस में छात्राएं मोनोजीत मिश्रा से बातचीत से बचने के लिए क्लास छोड़ने को लेकर भी सोचती हैं। नाम न बताने की शर्त पर छात्रा ने एक टीवी चैनल से बात करते हुए कहा कि कई छात्राएं मोनोजीत मिश्रा से डरती हैं। छात्रा ने कहा कि कैंपस में डर का माहौल था।

छात्रा ने बताया कि मोनोजीत, महिला-छात्राओं की तस्वीरें खींचता था, उन्हें मॉर्फ करता था और उन्हें व्हाट्सएप ग्रुपों पर प्रसारित करता था। छात्रा ने आगे कहा कि मोनोजीत मिश्रा ने पहले भी महिला छात्राओं का यौन उत्पीड़न किया था, और कहा कि छात्राएं उसकी धमकी के कारण कक्षाओं में जाने से डरती थीं। छात्रा ने कहा कि 2019 में, उसने कॉलेज में एक महिला का यौन उत्पीड़न किया, उसके कपड़े फाड़ दिए। 2024 में, उसने एक सुरक्षा गार्ड की पिटाई की और कॉलेज की संपत्ति में तोड़फोड़ की। वह कई तरह की चोरी में भी शामिल था।

मोनोजीत मिश्रा, जिसे उसके दोस्त मैंगो के नाम से भी जानते हैं, वह कॉलेज में छात्र परिषद का अध्यक्ष रहा और टीएमसी की छात्र शाखा से जुड़ा हुआ था। मोनोजीत के पिता रोबिन मिश्रा कालीघाट मंदिर में पुजारी हैं। रोबिन ने बताया कि उन्होंने अपने बेटे के झगड़ालू स्वभाव के चलते कई साल पहले ही रिश्ता तोड़ लिया था। मोनोजीत बीते चार वर्षों से अपने घर से अलग रह रहा था। पड़ोसियों का कहना है कि मोनोजीत अक्सर शराब के नशे में झगड़ा करता रहता था।


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