
सोमवार देर शाम विजिलेंस की टीम कागजी कार्रवाई करने के बाद पेशकार को लेकर शहर से रवाना हो गई।


रुड़की की एक महिला अधिवक्ता ने विजिलेंस देहरादून को शिकायत देकर बताया था कि बहन की कृषि भूमि का वाद तहसीलदार की कोर्ट में चल रहा था। न्यायालय ने 24 मार्च 2025 को एक पक्षीय आदेश पारित किया था। इसके विरुद्ध 21 अप्रैल 2025 को पुनः सुनवाई के लिए एक रेस्टोरेशन प्रार्थना पत्र दाखिल किया गया।
इस पर कार्रवाई के लिए महिला अधिवक्ता से अपर तहसीलदार के पेशकार रोहित निवासी रुड़की ने 25 हजार की रिश्वत मांगी थी। महिला अधिवक्ता ने रिश्वत देने से इन्कार कर दिया। इसके बाद उनके मामले में कार्रवाई नहीं हुई थी। उन्होंने बताया कि जब दोबारा से पेशकार से संपर्क किया तो फिर से रिश्वत मांगी गई। इस पर महिला अधिवक्ता ने विजिलेंस से शिकायत कर कार्रवाई की मांग की थी।
शिकायत पर सोमवार को विजिलेंस की टीम ने पेशकार को पकड़ने के लिए परिसर में जाल बिछाया। महिला अधिवक्ता को 10 हजार रुपये विजिलेंस की टीम ने केमिकल लगाकर दिए। महिला अधिवक्ता ने अपर तहसीलदार के पेशकार रोहित को जैसे ही रिश्वत के पैसे दिए तो विजिलेंस की टीम ने उसे रंगेहाथ पकड़ लिया।
बंद कमरे में घंटों तक पेशकार से पूछताछ की गई। टीम ने पेशकार के घर की भी तलाशी ली है। मामले में कागजी कार्रवाई के बाद पेशकार को लेकर विजिलेंस की टीम शाम के समय देहरादून के लिए रवाना हो गई। बता दें कि इससे पहले तहसील में एक लेखपाल और कानूनगो भी रिश्वत लेते पकड़े जा चुके हैं।
