
इसके अलावा भी वो भारत के खिलाफ तमाम जहर उगल चुके हैं. यही वजह है कि भारत में उनका आधिकारिक एक्स अकाउंट बैन कर दिया गया है.


संवाददाता,शैल ग्लोबल टाइम्स/ हिंदुस्तान ग्लोबल टाइम्स /उत्तराखंड राज्य आंदोलनकारी, अवतार सिंह बिष्ट रुद्रपुर, (उत्तराखंड)
भारत-पाकिस्तान के तेवर तल्ख
ऐसे में भारत और पाकिस्तान के बीच में युद्ध की स्थिति बनी हुई है. आशंका जताई जा रही है कि भारत पाकिस्तान पर हमला कर सकता है. हालांकि यह कितना संभव है, इसको लेकर कोई आधिकारिक जानकारी तो सामने नहीं आई है, लेकिन भारत सरकार ने पड़ोसी मुल्क के खिलाफ कुछ कड़े फैसले जरूर लिए हैं, जो कि दोनों देशों के बीच के तेवर को और तल्ख बना रहे हैं. यहां पर यह जानना भी जरूरी है कि अगर दोनों मुल्कों में युद्ध हुआ तो यूनाइटेड नेशन कितने दिन के बाद दखल देता है. इसको लेकर क्या नियम हैं.
कब दखल देता है यूएन
संयुक्त राष्ट्र का मुख्य उद्देश्य अंतरराष्ट्रीय सुरक्षा और शांति बनाए रखना होता है. द्वितीय विश्व में हुए भयंकर विनाश को देखते हुए संयुक्त राष्ट्र की स्थापना की गई थी. संयुक्त राष्ट्र शांति बनाए रखने, संघर्षों को रोकने के लिए काम करता है. संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद, महासभा और महासचिव इसमें महत्वपूर्णं भूमिका निभाते हैं. युद्ध को रोकने के लिए संयुक्त राष्ट्र मध्यस्थता और संवाद के जरिए शांति स्थापना कराने की कोशिश करता है. हां लेकिन युद्ध शुरू होने के तुरंत बाद यूएन का दखल देना जरूरी नहीं है.
युद्ध के दौरान क्या कदम उठाता है यूएन
संयुक्त राष्ट्र का युद्ध में दखल कई कारकों पर निर्भर करता है जैसे कि सदस्य देशों की सहमति, युद्ध की गंभीरता और यूएन चार्टर के नियमों का पालन. यूनाइटेड नेशन युद्ध के दौरान मानवीय सहायता करने के लिए तुरंत भी कुछ कदम उठा सकता है. जैसे कि खाना और चिकित्सकीय आपूर्ति, बुनियादी सेवाओं की बहाली और शरणार्थियों को सहायता देना. यूनाइटेड नेशन शांति मिशन स्थापित करके युद्ध रोकने की कोशिश करता है. अंतरराष्ट्रीय कानून के नियम के अनुसार यूनाइटेड नेशन युद्ध रोकने में मददगार साबित होता है.
