पंतनगर एयरपोर्ट विस्तारीकरण: 20 जून तक सभी भवन होंगे अस्थायी रूप से शिफ्ट, जिलाधिकारी ने दिए निर्देश

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रुद्रपुर, 06 जून 2025 — जिलाधिकारी नितिन सिंह भदौरिया ने शुक्रवार को अपने कैंप कार्यालय में पंतनगर एयरपोर्ट विस्तारीकरण की समीक्षा बैठक की। इस दौरान उन्होंने संबंधित विभागों को निर्देश दिए कि एयरपोर्ट विस्तारीकरण की जद में आने वाले सभी कार्यालय और भवनों को 20 जून तक अस्थाई रूप से शिफ्ट करना सुनिश्चित करें

संवाददाता,शैल ग्लोबल टाइम्स/ हिंदुस्तान ग्लोबल टाइम्स /उत्तराखंड राज्य आंदोलनकारी, अवतार सिंह बिष्ट

उन्होंने स्पष्ट किया कि जिन विभागों ने पहले ही अपने कार्यालय और आवासीय भवनों की शिफ्टिंग कर ली है, वे लोक निर्माण विभाग (PWD) से मूल्यांकन कराते हुए टेंडर प्रक्रिया पूरी करें और फिर भवनों को शीघ्र ध्वस्त कराएं। जिलाधिकारी ने बताया कि भारत सरकार की टीम जल्द पंतनगर एयरपोर्ट विस्तारीकरण की स्थिति का जायजा लेने आ रही है, ऐसे में सभी संबंधित कार्यों में तेजी लाना अनिवार्य है।

ओसी गौरव पाण्डेय ने जानकारी दी कि शिक्षा एवं स्वास्थ्य विभाग द्वारा अपने-अपने भवनों की शिफ्टिंग का कार्य पूर्ण कर लिया गया है। वहीं, पंतनगर विश्वविद्यालय के सीजीएम जयंत सिंह ने बताया कि विश्वविद्यालय के भवनों को खाली कराने की प्रक्रिया जारी है और ध्वस्तीकरण हेतु टेंडर प्रक्रिया भी पूरी कर ली गई है।

बैठक में जिलाधिकारी ने वॉयोटैक निदेशक को विशेष निर्देश देते हुए कहा कि बायोटेक लैब को भी शीघ्रता से शिफ्ट कराते हुए लोक निर्माण विभाग से मूल्यांकन कराएं और भवनों का ध्वस्तीकरण सुनिश्चित करें।

बैठक में मौजूद रहे प्रमुख अधिकारी:

  • मनीष कुमार (मुख्य विकास अधिकारी)
  • आरडी मठपाल (एसपी संचार)
  • पीके दीक्षित (अधीक्षण अभियंता, सिंचाई विभाग)
  • डॉ. डीपी सिंह (एसीएमओ)
  • मनीष बिष्ट (उप जिलाधिकारी)
  • डॉ. अभय सक्सेना (मुख्य कृषि अधिकारी / महाप्रबंधक, टीडीसी)
  • केएस रावत (मुख्य शिक्षा अधिकारी)
  • गौरव पाण्डेय (ओसी)
  • बीएस डांगी (अधिशासी अभियंता, सिंचाई)
  • जितेन्द्र सिंह (टीओ, वॉयोटैक)

जिलाधिकारी भदौरिया ने सभी विभागों से समन्वय बनाकर निर्धारित समयसीमा के भीतर कार्य पूरा करने का आग्रह किया ताकि राज्य और केंद्र सरकार की महत्त्वाकांक्षी पंतनगर एयरपोर्ट विस्तारीकरण परियोजना को समय पर अमलीजामा पहनाया जा सके।

📌 यह विस्तारीकरण योजना कुमाऊं मंडल के लिए आर्थिक, औद्योगिक और पर्यटन की दृष्टि से मील का पत्थर मानी जा रही है।

उत्तराखंड राज्य निर्माण आंदोलनकारी परिषद अध्यक्ष अवतार सिंह बिष्ट


📰 जनपद उधम सिंह नगर को बीस सूत्री कार्यक्रम में ‘प्रथम पुरस्कार’

📍 उत्तराखंड की विकासगाथा का गौरवशाली पन्ना

रुद्रपुर/देहरादून, जून 2025 – उत्तराखंड सरकार की बीस सूत्री कार्यक्रम कार्यान्वयन समिति द्वारा वर्ष 2024–25 की रैंकिंग में जनपद उधम सिंह नगर को प्रथम स्थान प्राप्त हुआ है। यह सम्मान न केवल प्रशासनिक दक्षता का प्रतीक है, बल्कि यह इस जनपद की मेहनतकश जनता, जागरूक प्रतिनिधियों और सक्रिय अधिकारियों के सामूहिक प्रयासों का परिणाम है।

वित्त एवं संख्यनिदेशालय, नियोजन विभाग द्वारा जारी पत्र के अनुसार, अप्रैल 2024 से मार्च 2025 तक की अवधि में बीस सूत्री लक्ष्यों की निष्पादन रिपोर्ट के आधार पर उधम सिंह नगर को यह उत्कृष्टता पुरस्कार दिया गया है। जनपद की रैंकिंग का मूल्यांकन सामाजिक कल्याण, स्वास्थ्य सेवाएं, महिला सशक्तिकरण, ग्रामीण विकास, शिक्षा, रोजगार, कृषि, और पर्यावरण संरक्षण जैसे बीस प्राथमिक क्षेत्रों में उपलब्धियों के आधार पर किया गया।

सम्मान समारोह में चमका उधम सिंह नगर

दिनांक 6 जून 2025, को देहरादून के होटल पंचायतीराज कन्वेंशन सेंटर में आयोजित राज्य स्तरीय समारोह में जनपद को यह गौरव प्राप्त हुआ। इस अवसर पर बीस सूत्री कार्यक्रम के उपाध्यक्ष, निदेशक एवं अन्य उच्चाधिकारियों की उपस्थिति रही। उधम सिंह नगर के जिलाधिकारी को प्रशस्ति पत्र और स्मृति चिन्ह प्रदान कर सम्मानित किया गया।

📈 विकास के मानकों में शीर्ष प्रदर्शन

उधम सिंह नगर की इस ऐतिहासिक उपलब्धि के पीछे सटीक योजना, धरातल पर तीव्र क्रियान्वयन, पारदर्शिता, और नागरिक सहभागिता का बड़ा योगदान रहा। स्वास्थ्य और पोषण, किसान कल्याण, महिला विकास, अनुसूचित जाति/जनजाति सशक्तिकरण, और डिजिटल सेवाओं की सहज उपलब्धता के क्षेत्र में जनपद ने राज्य के अन्य जिलों को पीछे छोड़ा।

💬 जनपदवासियों की जीत

यह पुरस्कार न केवल प्रशासनिक सफलता है, बल्कि यह 18 लाख से अधिक की जनसंख्या वाले जनपद की मेहनत का प्रतिफल है। श्रमिकों, किसानों, महिलाओं, विद्यार्थियों और युवा उद्यमियों की प्रतिबद्धता ने ही उधम सिंह नगर को ‘प्रथम पुरस्कार’ दिलाया है। यह उपलब्धि पूरे कुमाऊं मंडल के लिए गर्व की बात है।

🏅 ‘विकासशील से विकसित की ओर’

उधम सिंह नगर, जो कभी केवल औद्योगिक नगर के रूप में जाना जाता था, अब एक विकासशील मॉडल जनपद के रूप में सामने आया है। जिला प्रशासन ने समाज के अंतिम व्यक्ति तक योजनाओं की पहुंच सुनिश्चित करने का प्रयास किया है। यह सफलता प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ‘अंत्योदय’ नीति और मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की ‘सशक्त उत्तराखंड’ दृष्टि को साकार करने की दिशा में मील का पत्थर है।


🖋️ संपादकीय टिप्पणी:

उधम सिंह नगर की यह सफलता उत्तराखंड के लिए नई ऊर्जा का संचार करती है। यह प्रमाण है कि जब नीति, नीयत और निष्ठा एक साथ हो, तो कोई भी जनपद विकास के शिखर तक पहुंच सकता है। यह अन्य जनपदों के लिए भी एक प्रेरणास्त्रोत है कि सही रणनीति और जन-भागीदारी से किसी भी क्षेत्र को मॉडल जिला बनाया जा सकता है


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