ऑपरेशन सिंदूर के बाद भारत-नेपाल सीमा पर पहले से ही सुरक्षा एजेंसियां हाई अलर्ट पर हैं। इसी बीच सोमवार को नेपाल सीमा के पास फाइटर जेट उड़ने की खबर से क्षेत्र में अफरातफरी का माहौल बन गया।

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सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रही इन खबरों ने स्थानीय लोगों और प्रशासन को सतर्क कर दिया है।

संवाददाता,शैल ग्लोबल टाइम्स/ हिंदुस्तान ग्लोबल टाइम्स /उत्तराखंड राज्य आंदोलनकारी, अवतार सिंह बिष्ट रुद्रपुर, (उत्तराखंड)

भारतीय सीमा पर तैनात सशस्त्र सीमा बल (SSB) की 56वीं बटालियन के सेना नायक सुरेंद्र विक्रम ने बताया कि भारत की सीमा पर किसी भी प्रकार का लड़ाकू विमान न तो उड़ा और न ही उतरा है। उन्होंने स्पष्ट किया कि भारत की ओर से कोई सैन्य गतिविधि नहीं हुई है, और सभी सुरक्षा एजेंसियां पूरी तरह सतर्क हैं।

नेपाल से प्राप्त जानकारी के अनुसार, यह गतिविधि हरिहरपुर, ढल्केबर और महेन्द्र नगर क्षेत्रों में नेपाली सेना द्वारा किए जा रहे नियमित सैन्य अभ्यास का हिस्सा है। धनुषा जिला पुलिस कार्यालय के सूचना अधिकारी संजीव यादव ने पुष्टि की कि यह अभ्यास नियमित प्रक्रिया है और इससे डरने या घबराने की कोई जरूरत नहीं है।

नेपाली सेना के प्रवक्ता सहायक सेनानी गौरव कुमार केसी ने बताया कि सेना द्वारा वायु माध्यम (एयरक्राफ्ट) से प्रशिक्षण चल रहा है। हालांकि, सुरक्षा कारणों से उन्होंने इससे अधिक जानकारी देने से इनकार कर दिया।

सूत्रों के अनुसार, खराब मौसम के चलते नेपाल की नियमित घरेलू उड़ानों ने कुछ रूट डाइविएशन (मार्ग परिवर्तन) किया, जिससे विमान सीमा के नजदीक देखे गए। इसका गलत अर्थ निकालकर सोशल मीडिया पर फैलाया गया, जिससे भ्रम की स्थिति उत्पन्न हुई।

विशेषज्ञों ने बताया कि विराटनगर एयरपोर्ट, जो कि अररिया जिले से निकटतम नेपाली हवाई अड्डा है, वहां से उड़ान भरने वाले विमानों पर भारतीय सुरक्षा एजेंसियों की हमेशा निगरानी रहती है। ऑपरेशन सिंदूर हाल ही में भारत द्वारा शुरू की गई एक गोपनीय सुरक्षा और निगरानी गतिविधि है, जो सीमावर्ती क्षेत्रों में गैरकानूनी गतिविधियों, तस्करी, और घुसपैठ को रोकने के लिए संचालित हो रही है। इसके तहत सीमा पर गश्त बढ़ा दी गई है और ड्रोन, सेंसर्स और खुफिया नेटवर्क को सक्रिय किया गया है।

हालांकि नेपाल की वायु गतिविधियां उसकी आंतरिक सैन्य योजनाओं का हिस्सा हैं, लेकिन संवेदनशील सीमावर्ती क्षेत्र में ऐसी घटनाएं स्थानीय नागरिकों और सुरक्षा बलों दोनों के लिए चिंता का कारण बन सकती हैं। ऐसे में सतर्कता जरूरी है, लेकिन अफवाहों से बचना भी उतना ही महत्वपूर्ण है।


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