पंतनगर एयरपोर्ट पर “पूर्ण अभ्यास आपातकाल” का सफल आयोजन, सभी एजेंसियों ने दिखाई तत्परता और तालमेल यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने की दिशा में एक मजबूत कदम

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पंतनगर, 06 जून 2025।पंतनगर हवाई अड्डे पर शुक्रवार को पूर्ण अभ्यास आपातकाल (Full Scale Emergency Exercise) का सफल आयोजन किया गया। यह अभ्यास नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (DGCA) के दिशा-निर्देशों के अनुरूप किया गया, जिसका मुख्य उद्देश्य किसी भी संभावित हवाई आपदा की स्थिति में विभिन्न आपातकालीन एजेंसियों की तत्परता, समन्वय और प्रतिक्रिया क्षमता की वास्तविक परख करना था।

संवाददाता,शैल ग्लोबल टाइम्स/ हिंदुस्तान ग्लोबल टाइम्स /उत्तराखंड राज्य आंदोलनकारी, अवतार सिंह बिष्ट

जिलाधिकारी नितिन सिंह भदौरिया के नेतृत्व में आयोजित इस अभ्यास में जिला प्रशासन, जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण, स्थानीय पुलिस, एयरपोर्ट पुलिस, सिटी फायर सर्विस, टाटा मोटर्स व अशोक लेलैंड की फायर यूनिट, जिला अस्पताल, जी.बी. पंत विश्वविद्यालय की मेडिकल टीम, एयर ट्रैफिक कंट्रोल (ATC), इंडिगो और फ्लाई बिग एयरलाइंस, ग्राउंड हैंडलिंग एजेंसियों सहित सभी प्रमुख हितधारकों ने सक्रिय भागीदारी की।

घटना सिमुलेशन के तहत जैसे ही “आपात स्थिति” की सूचना प्रसारित हुई, सभी टीमें तुरंत सक्रिय हो गईं।

घटनास्थल पर पहुंचते ही सभी एजेंसियों ने समन्वय के साथ अपने-अपने दायित्वों का कुशलतापूर्वक निर्वहन किया। अभ्यास के दौरान बचाव, राहत, मेडिकल सपोर्ट और फायर फाइटिंग से जुड़ी प्रक्रियाओं को वास्तविक समय में अंजाम दिया गया।

एयरपोर्ट निदेशक श्रीमती मोनिका डेम्बला ने कहा, “पंतनगर हवाई अड्डा आपातकालीन स्थितियों से निपटने के लिए निरंतर प्रयासरत है। यह अभ्यास इस बात का प्रमाण है कि सभी एजेंसियां किसी भी संकट में एकजुट होकर प्रभावी कार्य कर सकती हैं। हमारी प्राथमिकता यात्रियों की सुरक्षा और संरक्षा है, और हम भविष्य में भी इस तरह के अभ्यास जारी रखेंगे।”

अभ्यास के समापन पर सभी प्रतिभागी एजेंसियों की भूमिका की समीक्षा की गई और टीम भावना के साथ समन्वय को सराहा गया। इस आयोजन ने न केवल हवाई अड्डे की सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत किया बल्कि भविष्य में किसी भी आकस्मिक स्थिति से निपटने के लिए एक मजबूत आधार भी प्रदान किया।

अभ्यास में शामिल प्रमुख अधिकारी:

  • पंतनगर एसपी आर. डी. मठपाल
  • उपजिलाधिकारी मनीष बिष्ट, तहसीलदार दिनेश कुटैला
  • जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी उमाशंकर नेगी
  • मुख्य अग्निशमन अधिकारी इशान कटारिया
  • डीएलसी डॉ. रविन्द्र पाल, जेटीओ बीएसएनएल संजीव चौहान
  • टाटा मोटर्स वरिष्ठ प्रबंधक संजीव कुमार
  • भा.वि.प्रा. के मुख्य सुरक्षा अधिकारी राजकुमार सिंह
  • प्रभारी अग्निशमन विश्वानाथ वर्मा, एपीएसयू प्रभारी भगवत प्रसाद
  • भा.वि.प्रा. सिविल सहायक प्रबंधक वीर सिंह
  • इंडिगो स्टेशन प्रबंधक शुभम टंडन, फ्लाई बिग स्टेशन प्रबंधक वरुण दुबे
  • फ्लाई बिग एएसएम रणदीप तालुकदार, इंडिगो सुरक्षा समन्वयक प्रिंस इंश्पुजनी

यह अभ्यास न केवल एक औपचारिक प्रक्रिया थी, बल्कि इससे जुड़ी प्रत्येक एजेंसी की कार्यकुशलता, तत्परता और सहयोग की सच्ची परीक्षा भी थी। पंतनगर हवाई अड्डे की यह पहल आपात परिस्थितियों से निपटने की उसकी प्रतिबद्धता और यात्रियों की सुरक्षा के प्रति उसके संकल्प को दर्शाती है।

रुद्रपुर/देहरादून, जून 2025 – उत्तराखंड सरकार की बीस सूत्री कार्यक्रम कार्यान्वयन समिति द्वारा वर्ष 2024–25 की रैंकिंग में जनपद उधम सिंह नगर को प्रथम स्थान प्राप्त हुआ है। यह सम्मान न केवल प्रशासनिक दक्षता का प्रतीक है, बल्कि यह इस जनपद की मेहनतकश जनता, जागरूक प्रतिनिधियों और सक्रिय अधिकारियों के सामूहिक प्रयासों का परिणाम है।

संवाददाता,शैल ग्लोबल टाइम्स/ हिंदुस्तान ग्लोबल टाइम्स /उत्तराखंड राज्य आंदोलनकारी, अवतार सिंह बिष्ट

वित्त एवं संख्यनिदेशालय, नियोजन विभाग द्वारा जारी पत्र के अनुसार, अप्रैल 2024 से मार्च 2025 तक की अवधि में बीस सूत्री लक्ष्यों की निष्पादन रिपोर्ट के आधार पर उधम सिंह नगर को यह उत्कृष्टता पुरस्कार दिया गया है। जनपद की रैंकिंग का मूल्यांकन सामाजिक कल्याण, स्वास्थ्य सेवाएं, महिला सशक्तिकरण, ग्रामीण विकास, शिक्षा, रोजगार, कृषि, और पर्यावरण संरक्षण जैसे बीस प्राथमिक क्षेत्रों में उपलब्धियों के आधार पर किया गया।

सम्मान समारोह में चमका उधम सिंह नगर

दिनांक 6 जून 2025, को देहरादून के होटल पंचायतीराज कन्वेंशन सेंटर में आयोजित राज्य स्तरीय समारोह में जनपद को यह गौरव प्राप्त हुआ। इस अवसर पर बीस सूत्री कार्यक्रम के उपाध्यक्ष, निदेशक एवं अन्य उच्चाधिकारियों की उपस्थिति रही। उधम सिंह नगर के जिलाधिकारी को प्रशस्ति पत्र और स्मृति चिन्ह प्रदान कर सम्मानित किया गया।

📈 विकास के मानकों में शीर्ष प्रदर्शन

उधम सिंह नगर की इस ऐतिहासिक उपलब्धि के पीछे सटीक योजना, धरातल पर तीव्र क्रियान्वयन, पारदर्शिता, और नागरिक सहभागिता का बड़ा योगदान रहा। स्वास्थ्य और पोषण, किसान कल्याण, महिला विकास, अनुसूचित जाति/जनजाति सशक्तिकरण, और डिजिटल सेवाओं की सहज उपलब्धता के क्षेत्र में जनपद ने राज्य के अन्य जिलों को पीछे छोड़ा।

💬 जनपदवासियों की जीत

यह पुरस्कार न केवल प्रशासनिक सफलता है, बल्कि यह 18 लाख से अधिक की जनसंख्या वाले जनपद की मेहनत का प्रतिफल है। श्रमिकों, किसानों, महिलाओं, विद्यार्थियों और युवा उद्यमियों की प्रतिबद्धता ने ही उधम सिंह नगर को ‘प्रथम पुरस्कार’ दिलाया है। यह उपलब्धि पूरे कुमाऊं मंडल के लिए गर्व की बात है।

🏅 ‘विकासशील से विकसित की ओर’

उधम सिंह नगर, जो कभी केवल औद्योगिक नगर के रूप में जाना जाता था, अब एक विकासशील मॉडल जनपद के रूप में सामने आया है। जिला प्रशासन ने समाज के अंतिम व्यक्ति तक योजनाओं की पहुंच सुनिश्चित करने का प्रयास किया है। यह सफलता प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ‘अंत्योदय’ नीति और मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की ‘सशक्त उत्तराखंड’ दृष्टि को साकार करने की दिशा में मील का पत्थर है।


🖋️ संपादकीय टिप्पणी:

उधम सिंह नगर की यह सफलता उत्तराखंड के लिए नई ऊर्जा का संचार करती है। यह प्रमाण है कि जब नीति, नीयत और निष्ठा एक साथ हो, तो कोई भी जनपद विकास के शिखर तक पहुंच सकता है। यह अन्य जनपदों के लिए भी एक प्रेरणास्त्रोत है कि सही रणनीति और जन-भागीदारी से किसी भी क्षेत्र को मॉडल जिला बनाया जा सकता है।




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