प्रशासन के अधिकारियों ने बताया कि सोमवार को अतिक्रमण हटाया जाएगा। नो मैंस लैंड पर तारबाड़ से जमीन की घेराबंदी कर नेपाल के लोगों की ओर से खेती की गई है। प्रशासन ने नेपाल सीमा पर थपलियालखेड़ा में नो मेंस लैंड से अतिक्रमण हटाने के लिए शुक्रवार का दिन तय किया था। सुबह भारी संख्या में एसएसबी, राजस्व विभाग व पुलिस बल के जवान मौके पर पहुंचे और पिलर संख्या 809 से 809/1 तक कर अतिक्रमण चिह्नित किया।


संवाददाता,शैल ग्लोबल टाइम्स/ हिंदुस्तान ग्लोबल टाइम्स /उत्तराखंड राज्य आंदोलनकारी, अवतार सिंह बिष्ट
लोडर मशीन से झाड़िया हटाकर 100 मीटर लंबी लाइन खींची गई। पिलर के बीच 30 फीट भारत की ओर किया गया अतिक्रमण हटाया जाएगा। तहसीलदार जगदीश गिरि ने बताया कि शुक्रवार को वर्षा के चलते काम रोकना पड़ा। सोमवार को भारी सुरक्षा व्यवस्था के बीच अतिक्रमण हटाया जाएगा।
बताया कि भारत-नेपाल सीमा पर दोनों ओर से नौ मैंस लैंड पर लगातार अतिक्रमण की शिकायत मिल रही थी। एसडीएम के निर्देश पर अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई की जा रही है। उन्होंने बताया कि भारत-नेपाल सीमा पर थपलियाल खेड़ा और गढ़ीकोट में दोनों ओर से अतिक्रमण किया जा रहा है।
टीम में तहसीलदार के अलावा एसएसबी के जे सेनापति, नेपाल पुलिस के दीपेंद्र चंद, एपीएफ के डम्मर नाथ योगी, कोतवाली पुलिस के एसएसआई पूरन सिंह तोमर, एसआई सुरेद्र कठायत, वन विभाग के महेश राणा समेत पुलिस, पीएसी व एसएसबी के जवान शामिल रहे।

