शव के अंतिम दर्शन के लिए बड़ी संख्या में परिजन, रिश्तेदार और नजदीकी पहुंचे थे। इस बीच अब मृतक राजा रघुवंशी के भाई विपिन रघुवंशी का बड़ा बयान सामने आया है।


संवाददाता,शैल ग्लोबल टाइम्स/ हिंदुस्तान ग्लोबल टाइम्स /उत्तराखंड राज्य आंदोलनकारी, अवतार सिंह बिष्ट
Indore Couple Missing Case: उन्होंने दावा किया है कि मेघालय में एक बड़ी गैंग काम कर रही है। उन्होंने बताया कि वहां के लोकल लोगों कहना है कि पुरुषों को मार दिया जाता है और महिलाओं को बेच दिया जाता है। लोकल लोग वहां के पुलिस और प्रशासन पर हावी है। 14 दिनों में हमें भी धमकाया और डराया गया। चार दिन पहले भी एक कपल मौत हुई है, लेकिन अब तक वह खबर बाहर नहीं आ पाई। मेघालय के मुख्यमंत्री वहां की घटनाओं को हाईलाइट नहीं होने देते है। उन्होंने कहा कि हमने पुलिस को जिस पर भी शक जाहिर किया, उसे पुलिस ने एक भी बार पूछताछ नहीं की। जहां से स्कूटी ली पहला शक उसी पर है। हमें यह कहकर धमकाया गया कि तुमने मेघालय की बदनामी कर दी है। किसी लोकल लोगों के हाथ में अगर आ गए तो पुलिस भी तुम्हें नहीं बचा पाएगी। सोनम का अपहरण किया गया है और उसे वहां से कई और भेज दिया गया है। सोनम को जल्दी ढूंढे नहीं तो उसके साथ भी कोई अनहोनी न हो जाए। हम इस मामले में सीबीआई जांच की मांग करते हैं।
20 मई को हनीमून पर हुए थे रवाना
राजा और सोनम रघुवंशी की शादी 11 मई को इंदौर में हुई थी। वे 20 मई को हनीमून के लिए रवाना हुए थे। राजा इंदौर में ट्रांसपोर्ट का व्यवसाय करते हैं। दंपती इंदौर से बेंगलुरु होते हुए गुवाहाटी पहुंचे, जहां मां कामाख्या के दर्शन करने के बाद 23 मई को मेघालय के शिलांग रवाना हुए। शुरुआत में परिवार की दोनों से बात होती रही, फिर संपर्क टूट गया। राजा के बड़े भाई सचिन रघुवंशी को पहले लगा कि नेटवर्क का इश्यू होगा, लेकिन 24 मई से दोनों के मोबाइल बंद हो गए तो चिंता होने लगी। कई प्रयासों के बाद जब कोई संपर्क नहीं हो सका तो सोनम के भाई गोविंद और राजा के भाई विपिन इमरजेंसी फ्लाइट से शिलांग पहुंचे। इसके बाद वे सर्चिंग टीम के साथ जुड़े।
परिवार का दावा है कि राजा उनके भाई विपिन के सपने में आया और अपनी हत्या की बात कहकर सीबीआई जांच की मांग की.
इंदौर में पीड़ित परिवार ने घर के बाहर बैनर लगाया, जिसमें लिखा, “राजा की आत्मा कह रही है- मैं मरा नहीं, मुझे मारा गया. सीबीआई जांच हो.” विपिन ने बताया, “राजा मेरे सपने में आया और बोला कि उसका मर्डर हुआ है. हम सीबीआई जांच चाहते हैं.”
उधर, शिलांग पुलिस ने हत्या का मामला दर्ज कर विशेष जांच दल (SIT) गठित किया है, लेकिन लापता सोनम और इस मर्डर मिस्ट्री के पीछे का सच अब तक सामने नहीं आया.
दरअसल, इंदौर के सहकार नगर निवासी राजा रघुवंशी (29) और सोनम की शादी 11 मई 2025 को धूमधाम से हुई थी. दोनों परिवारों की रजामंदी से हुई इस शादी के बाद, 20 मई को यह नवविवाहित जोड़ा हनीमून के लिए इंदौर से गुवाहाटी रवाना हुआ. इंदौर से बेंगलुरु होते हुए वे गुवाहाटी पहुंचे, जहां कामाख्या मंदिर में दर्शन किए. 22 मई को वे गुवाहाटी से शिलांग पहुंचे. लेकिन शिलांग पहुंचने के 48 घंटे के भीतर, 23 मई को दोनों रहस्यमय ढंग से लापता हो गए.
आखिरी बातचीत: जंगल में ट्रेकिंग और बंद फोन
23 मई को दोपहर 1:43 बजे सोनम ने अपनी सास उमा रघुवंशी से आखिरी बार फोन पर बात की. इस रिकॉर्डेड कॉल में सोनम ने बताया कि वे जंगल में ट्रेकिंग कर रहे हैं, जहां एक झरना है. उन्होंने कहा, “हम ऊंची चढ़ाई चढ़कर आए हैं, मैं बहुत थक गई हूं. मैंने राजा को मना किया था, लेकिन वह नहीं माना. मैं ग्यारस का व्रत रख रही हूं, सिर्फ कॉफी पी है.” दोपहर 2 बजे के बाद सोनम और राजा दोनों के फोन बंद हो गए. परिवार को पहले लगा कि नेटवर्क की समस्या है, लेकिन 24 और 25 मई तक कोई संपर्क न होने पर चिंता बढ़ गई.
एक अन्य ऑडियो में राजा अपनी मां से बात करते हुए कहते हैं, “हम चोटी पर पहुंच गए हैं, फल खा रहे हैं. यहां इंटरनेट नहीं है.” यह उनकी आखिरी बातचीत थी. 26 मई को राजा और सोनम के भाई विपिन और गोविंद शिलांग पहुंचे और ईस्ट सोहरा पुलिस स्टेशन में गुमशुदगी की शिकायत दर्ज की.
स्कूटर, बैग और लाश… बढ़ता सस्पेंस
पुलिस को जांच में पता चला कि 22 मई को राजा और सोनम मावलखियाट गांव पहुंचे और शिपारा होम स्टे में रुके. उन्होंने एक एक्टिवा स्कूटर किराए पर लिया, जिसके पीछे लिखे नंबर से परिवार ने स्कूटर मालिक तक पहुंचा. 23 मई की सुबह 6 बजे दोनों होम स्टे से चेकआउट कर गए. उसी दिन दोपहर 2 बजे के बाद उनका फोन बंद हुआ. 24 मई की रात को वही स्कूटर मावलखियाट से 25 किमी दूर ओसरा हिल्स की पार्किंग में लावारिस हालत में मिली.
28 मई को शिपारा होम स्टे के पास जंगल में दो बैग मिले, जिन्हें राजा और सोनम के भाइयों ने उनके सामान के रूप में पहचाना. 2 जून को वेईसावडॉन्ग झरने के पास रियाट अरलियांग पार्किंग लॉट की खाई में सर्च ऑपरेशन के दौरान एक शव मिला. शव सड़ा-गला था, लेकिन दाहिने हाथ पर ‘राजा’ टैटू से विपिन ने इसकी पहचान अपने भाई के रूप में की. शव के पास एक महिला की सफेद टी-शर्ट, पैंट्रा की 40 गोलियों की स्ट्रिप, एक स्मार्टवॉच, और वीवो मोबाइल की टूटी स्क्रीन मिली. पुलिस ने खून से सना एक ‘दाव’ (धारदार हथियार) भी बरामद किया, जिसे हत्या का हथियार माना जा रहा है.
हत्या की पुष्टि, सोनम का रहस्य
पोस्टमार्टम रिपोर्ट में पुष्टि हुई कि राजा की हत्या एक धारदार हथियार से की गई. मेघालय पुलिस के एसपी विवेक सियेम ने कहा, “यह स्पष्ट हत्या का मामला है. लाश को जिस तरह खाई में ठिकाने लगाया गया, वह सबूत मिटाने की कोशिश दर्शाता है. हम हत्या, आपराधिक साजिश, और सबूत नष्ट करने की धाराओं में केस दर्ज कर मकसद की जांच कर रहे हैं.”
सोनम की तलाश में मेघालय पुलिस, NDRF, SDRF, और जेंटिया हिल्स माउंटेनियरिंग क्लब की टीमें लगी हैं. भारी बारिश, घने जंगल, और गहरी खाइयों ने सर्च ऑपरेशन को मुश्किल बना दिया. 14 दिन बाद भी सोनम का कोई सुराग नहीं मिला. परिवार को शक है कि सोनम का अपहरण हुआ हो सकता है.
लूट की आशंका
परिवार ने बताया कि राजा की सोने की चेन, हीरे और सोने की अंगूठियां, कंगन, पर्स, और पावर बैंक गायब हैं, जिनकी कीमत करीब 10 लाख रुपये है. विपिन ने कहा, “यह लूट के इरादे से हत्या और अपहरण का मामला है. अगर आत्महत्या होती, तो ये सामान गायब न होते.”
पुलिस को शक है कि ओसरा हिल्स और मावलखियाट इलाके में सक्रिय स्थानीय गिरोह इस अपराध में शामिल हो सकते हैं. शिपारा होम स्टे पर भी ऐसे गिरोहों का आना-जाना था.
CBI जांच की मांग और परिवार का दर्द
4 जून को राजा का शव इंदौर लाया गया, जहां सहकार नगर में सैकड़ों लोग अंतिम दर्शन के लिए जमा हुए. रीजनल पार्क मुक्तिधाम में अंतिम संस्कार किया गया.
परिवार ने मेघालय पुलिस पर शुरुआती लापरवाही का आरोप लगाया. इंदौर के पुलिस आयुक्त संतोष कुमार सिंह ने शिलांग पुलिस से संपर्क कर सर्च ऑपरेशन तेज करने को कहा. मेघालय के मुख्यमंत्री कॉनराड संगमा ने मामले को गंभीरता से लेने और दोषियों को सजा दिलाने का आश्वासन दिया. मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने भी शोक जताया और सोनम की तलाश के लिए हरसंभव मदद का वादा किया.

