
बीजेपी की यह बैठक न सिर्फ चुनावी रणनीति तैयार करने के लिहाज से अहम मानी जा रही है, बल्कि इसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार की उपलब्धियों को लेकर एक ठोस राजनीतिक प्रस्ताव भी पारित किया जाएगा। दूसरी ओर, सियासी आरोप-प्रत्यारोप भी तेज हो गए हैं, जहां एक तरफ बीजेपी ने आरजेडी और कांग्रेस पर “संविधान विरोधी मानसिकता” रखने का आरोप लगाया है, वहीं सीमांचल की सियासत को लेकर नए समीकरणों की चर्चा शुरू हो गई है।


संवाददाता,शैल ग्लोबल टाइम्स/ हिंदुस्तान ग्लोबल टाइम्स /उत्तराखंड राज्य आंदोलनकारी, अवतार सिंह बिष्ट
बिहार में चुनावी बिगुल, पटना में बीजेपी की बड़ी बैठक
बिहार विधानसभा चुनावों से पहले सियासी हलचल तेज हो गई है। 2 जुलाई 2025 को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह पटना के ज्ञान भवन में बीजेपी की राज्य कार्यकारिणी बैठक का नेतृत्व करेंगे। इस अहम बैठक में 900 से ज्यादा पदाधिकारी और कार्यकर्ता शामिल होंगे।
मोदी सरकार की उपलब्धियों पर पारित होगा राजनीतिक प्रस्ताव
बैठक का उद्देश्य पार्टी की चुनावी तैयारियों की समीक्षा करना और जमीनी स्तर पर संगठन को मज़बूत करना है। साथ ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की नीतियों और विकास कार्यों को लेकर एक राजनीतिक प्रस्ताव भी पारित किया जाएगा।
तेजस्वी यादव पर बीजेपी का सीधा हमला
बीजेपी ने आरजेडी नेता तेजस्वी यादव और उनके सहयोगियों पर सीधा निशाना साधा है। प्रवक्ता गौरव भाटिया ने कहा कि आरजेडी, कांग्रेस और उनके साथी दल “संविधान विरोधी” सोच रखते हैं और उनका एजेंडा सिर्फ तुष्टिकरण है। उन्होंने आरोप लगाया कि ये दल शरीया, बहुपत्नी प्रथा और हलाला जैसे कानूनों को लागू करने की मानसिकता रखते हैं।
सीमांचल में ध्रुवीकरण की साजिश?
हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (HAM) के अध्यक्ष और मंत्री संतोष सुमन ने कहा कि आरजेडी-कांग्रेस गठबंधन सीमांचल में AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी के साथ मिलकर अल्पसंख्यक वोटों का ध्रुवीकरण करना चाहता है। उन्होंने कहा कि तेजस्वी यादव का वक्फ संशोधन एक्ट को लेकर दिया गया बयान भी इसी रणनीति का हिस्सा है।
सीमांचल में मुस्लिम वोटर्स की स्थिति
सुमन ने आंकड़े देते हुए कहा कि सीमांचल के किशनगंज में 67%, कटिहार में 38%, अररिया में 32% और पूर्णिया में 30% मुस्लिम वोटर्स हैं, जिसे विपक्ष ध्रुवीकृत करने की कोशिश कर रहा है।
प्रशांत किशोर पर भी निशाना
ग्रामीण कार्य मंत्री अशोक चौधरी ने जन सुराज पार्टी के संस्थापक प्रशांत किशोर पर पलटवार करते हुए कहा कि वह उनकी बेटी शांभवी चौधरी को लेकर की गई टिप्पणी के लिए माफी मांगें। उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को लेकर विपक्ष के “थक चुके हैं” वाले आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि उन्होंने विकास यात्रा के जरिए प्रदेश में काफी काम किया है।

