जंगल के बीच बने इस रिसोर्ट में जब नाइट पार्टी होती थी तो बेटी खुद को असहज पाती थी। बेटी की हत्या हुई तो चौबीस घंटे के अंदर ही इस रिसोर्ट में रात के अंधेरे में बुल्डोजर चलने लगे। एक बुल्डोजर एक्शन को लेकर एक जनप्रतिनिधि सक्रिय रहीं। श्रेय लेने की होड़ के बीच घटना के चौबीस घंटे के अंदर रातों रात हुई इस बुल्डोजर कार्रवाई में सरकार भी बैकफुट पर नजर आ गई थी।


संवाददाता,शैल ग्लोबल टाइम्स/ हिंदुस्तान ग्लोबल टाइम्स /उत्तराखंड राज्य आंदोलनकारी, अवतार सिंह बिष्ट
ऋषिकेश से करीब बारह किलोमीटर दूर वनंतरा रिसोर्ट सबके लिए पहेली रहा। हरिद्वार जाने वाले चीला-बैराज मार्ग पर मुख्य सड़क से करीब तीन सौ मीटर दूर इस रिसोर्ट में क्या होता था इसकी जानकारी किसी को नहीं थी। जिस जगह वनंतरा रिसोर्ट था उसके आसपास का इलाका सूना था। बाहर से लोग आते थे और उसके बाद वापस लौट जाते थे।
पहाड़ की बेटी जब यहां काम करने आई तो माहौल को उनसे भांप लिया। उसने अपनी बातें तमाम जगह साझा की। बेटी की हत्या हुई तो उसके चौबीस घंटे बाद ही रिसोर्ट पर बुल्डोजर चल गया। रातों-रात हुई इस कार्रवाई की वीडियो भी इंटरनेट मीडिया पर साझा की गई। इस बुल्डोजर एक्शन पर श्रेय की कोशिश स्थानीय जनप्रतिनिधि से लेकर राज्य सरकार भी करती रही। सबूत मिटाने को लेकर लगे तो पूरी सरकार बैकफुट पर आ गई।
कैंडी के नाम पर खोली फार्मेसी
आंवला कैंडी के नाम पर खोली गई फार्मेसी के नाम पर वनंतरा रिसोर्ट खोला गया। करीब दस से अधिक कमरे यहां बनाए गए। इस जगह कैंडी का उत्पादन कितना था, उसकी मार्केटिंग कितनी थी यह सवाल अनसुलझे रहे। जंगलों के बीच बने इस रिसोर्ट, फार्मेसी के नाम पर कैसे चला यह कई सवाल अब भी अनुत्तरित हैं। अब यहां पु़लिस का पहरा है। अनौपचारिक बातचीत में वहां तैनात कर्मचारी बताते हैं कि पीएसी की गारद संख्या भी बढ़ाई गई।

