
अधिकारियों को यह पता चला कि जो छात्र दो से तीन साल पहले पढ़ाई छोड़ चुके हैं, उनके नाम पर मिड डे मील का पैसा लिया जा रहा है। मिड डे मील के लाखों रुपया सीधे प्रबंधक के खाते में जमा पाए गए।

✍️ अवतार सिंह बिष्ट | हिंदुस्तान ग्लोबल टाइम्स, रुद्रपुर ( उत्तराखंड राज्य निर्माण आंदोलनकारी
बुधवार को ज्वाइंट मजिस्ट्रेट दीपक चंद्र शेट के नेतृत्व में दो टीम बनाकर शहर के चार मदरसों का औचक निरीक्षण किया गया। एक टीम तहसीलदार विकास अवस्थी के नेतृत्व में भंगेडी महावतपुर के मदरसा तूल आलीम पब्लिक स्कूल में पहुंची। टीम ने मदरसे के दस्तावेजों की जांच की गई तो बड़ी गड़बड़ी सामने आई।
पढ़ाई छोड़ चुके बच्चों के नाम पर फर्जीवाड़ा
जांच में पता चला कि दो साल पहले पढ़ाई छोड़ चुके छात्रों के नाम उपस्थिति रजिस्टर में दर्ज हैं। इसके अलावा मिड डे मील के तीन लाख रुपये के चेक सीधे मदरसा मैनेजर के खाते में डाले गए थे। वहीं, मदरसा के पास बिल और राशन के कोई प्रमाण भी नहीं मिले।
दूसरी टीम ग्रीन पार्क स्थित मदरसा जामिया फैज-ए-आम में पहुंची। यहां उपस्थिति रजिस्टर में एक अक्टूबर के बाद अब तक बच्चों का कोई रिकॉर्ड नहीं मिला। यहां पर पंजीकृत 75 छात्रों में से 20 से 25 बच्चे ही मिले। इन बच्चों को भी अय बच्चों के बारे में कोई जानकारी नहीं थी। वहीं यहां पर मिड डे मील के बर्तन से लेकर राशन तक सब गायब था।
इसी तरह ग्रीन पार्क स्थित मदरसा जामिया-को-दारूल फलां में जांच में 36 छात्रों का रिकार्ड मिला, जिसमें 23 छात्र कई साल पहले पढ़ाई छोड़ चुके थे। जबकि इन बच्चों के नाम पर मिड डे मील का लाभ लिया जा रहा था।
वहीं, सोत मोहल्ला स्थित मदरसा मकदूम बक्श में व्यवस्थाएं दुरुस्त मिली। ज्वाइंट मजिस्ट्रेट दीपक रामचंद्र शेट ने बताया कि छापे की रिपोर्ट तैयार कर उच्चाधिकारियों को भेजी जा रही है। इस मौके पर खंड शिक्षा अधिकारी अभिषेक शुक्ला और रामनगर हाईस्कूल के प्रधानाचार्य एनडी शर्मा शामिल रहे।


