आज फैसले की घड़ी: उत्तराखंड के बहुचर्चित अंकिता हत्याकांड में आज कोटद्वार कोर्ट फैसला सुनाएगा. यह मामला सितंबर 2022 से ही विचाराधीन है. अंकिता भंडारी हत्याकांड में कोटद्वार की अदालत लंबी बहस चली और आखिरकार आज फैसले की घड़ी आ गई है. उत्तराखंड के पौड़ी जिले के यमकेश्वर ब्लॉक की 19 साल की अंकिता भंडारी की 18 सितंबर 2022 को हत्या कर दी गई थी. वह यमकेश्वर ब्लॉक में ही बने वनतरा रिजॉर्ट में रिसेप्शनिस्ट का काम करती थी. यहीं से वह गायब हो गई थी.

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  1. आज फैसले की घड़ी: उत्तराखंड के बहुचर्चित अंकिता हत्याकांड में आज कोटद्वार कोर्ट फैसला सुनाएगा. यह मामला सितंबर 2022 से ही विचाराधीन है. अंकिता भंडारी हत्याकांड में कोटद्वार की अदालत लंबी बहस चली और आखिरकार आज फैसले की घड़ी आ गई है. उत्‍तराखंड के पौड़ी जिले के यमकेश्वर ब्लॉक की 19 साल की अंकिता भंडारी की 18 सितंबर 2022 को हत्या कर दी गई थी. वह यमकेश्वर ब्लॉक में ही बने वनतरा रिजॉर्ट में रिसेप्शनिस्ट का काम करती थी. यहीं से वह गायब हो गई थी
  2. संवाददाता,शैल ग्लोबल टाइम्स/ हिंदुस्तान ग्लोबल टाइम्स /उत्तराखंड राज्य आंदोलनकारी, अवतार सिंह
  3. रिजॉर्ट में रिसेप्शनिस्ट अंकिता: पौड़ी जिले के यमकेश्वर में स्थित वनंत्रा रिजॉर्ट में रिसेप्शनिस्ट के तौर पर काम करने वाली 19 वर्षीया अंकिता की 18 सितंबर 2022 को कथित तौर पर रिजॉर्ट संचालक पुलकित आर्य ने अपने दो कर्मचारियों सौरभ भास्कर और अंकित गुप्ता के साथ मिलकर हत्या कर दी थी.
  4. ऋषिकेश की चीला नहर में मिला था शव: अभियोजन पक्ष के अनुसार, किसी बात को लेकर अंकिता और पुलकित में विवाद हो गया था जिसके बाद पुलकित ने भास्कर और गुप्ता के साथ मिलकर अंकिता को ऋषिकेश की चीला नहर में कथित तौर पर धक्का दे दिया था. नहर से अंकिता का शव मिलने के बाद पुलिस ने तीनों को गिरफ्तार कर उन्हें जेल भेज दिया था.
  5. पुलकित आर्य को मुख्य आरोपी: अंकिता भंडारी 18 सितंबर 2022 को यमकेश्वर के वनतरा रिजॉर्ट से लापता हो गई थी. छह दिन बाद 24 सितंबर को चीला पावर हाउस इनटेक में नहर से एसडीआरएफ ने अंकिता भंडारी का शव बरामद किया था. इस मामले में पुलकित आर्य, सौरभ भास्कर और अंकित गुप्ता को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया था. पुलकित को मुख्य आरोपी बनाया गया था. मामले के खुलासे को लेकर डीआईजी (कानून-व्यवस्था) पी. रेणुका देवी के नेतृत्व में एसआईटी टीम गठित की गई थी.
  6. SIT जांच हुई, 500 पेज की चार्जशीट हुई दाखिल: एसआईटी जांच के बाद अभियोजन पक्ष की ओर से अदालत में 500 पेज का आरोपपत्र दाखिल किया गया. तीनों हत्यारोपियों रिजॉर्ट के मालिक पुलकित आर्य, उसके कर्मचारी सौरभ भास्कर और अंकित गुप्ता पर आरोप तय होने के बाद 28 मार्च 2023 से अभियोजन पक्ष की गवाही शुरू हुई.
  7. फैसला सुनाने की डेट: कोटद्वार स्थित एडीजे कोर्ट में 30 जनवरी 2023 को मामले की पहली सुनवाई हुई थी. इसके बाद पक्ष और विपक्ष की ओर से दलीलों का लंबा दौर शुरू हुआ. अब फाइनली ये मामला अपने अंतिम पड़ाव पर पहुंच गया है. अदालत ने दोनों पक्षों की बहस और दलीलें सुनने के बाद फैसला सुनाने के लिए 30 मई की तिथि निर्धारित की थी.
  8. एसआईटी ने पेश किये 97 गवाह: करीब दो साल और आठ महीने तक चली सुनवाई में अभियोजन पक्ष की ओर से जांच अधिकारी समेत 47 गवाह अदालत में पेश किए गए. हालांकि, एसआईटी ने इस मामले में 97 गवाह बनाए थे, जिनमें से 47 अहम गवाहों को ही अदालत में पेश किया गया. गत 19 मई को अभियोजन पक्ष के अधिवक्ता विशेष लोक अभियोजक अवनीश नेगी की ओर से बचाव पक्ष की बहस का जवाब देकर सुनवाई का सिलसिला समाप्त किया गया था.
  9. सड़क पर उतर आए थे लोग: पुलकित, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के तत्कालीन नेता विनोद आर्य का पुत्र है. मामला सामने आते ही पार्टी ने आर्य को बाहर का रास्ता दिखा दिया था. मामले के प्रकाश में आने के बाद स्थानीय लोग सड़क पर उतर गए और लोगों को शांत करने के वास्ते राज्य सरकार को मामले की जांच के लिए विशेष जांच दल गठित करना पड़ा. साथ ही सरकार ने आरोपियों को सख्त से सख्त सजा दिलाने का भी ऐलान किया था.
  10. कोटद्वार कोर्ट के बाहर कड़ी सुरक्षा: कोटद्वार स्थित एडीजे कोर्ट में शुक्रवार को आने वाले फैसले को लेकर सुरक्षा कड़ी कर दी गई है. कोर्ट परिसर के बाहर पुलिस ने बैरिकेडिंग की हुई है. वहीं, कोर्ट के बाहर भारी पुलिस की तैनाती होने की संभावना है. पुलिस हर संभव परिस्थिति के लिए तैयार है.

अदालत में सुनवाई सुबह 10:30 बजे से शुरू होगी. सुरक्षा के मद्देनज़र कोर्ट परिसर के 200 मीटर के दायरे को पुलिस सील करेगी. सिर्फ वकील, केस से जुड़े पक्ष और जरूरी स्टाफ को ही भीतर जाने की अनुमति होगी. एसएसपी पौड़ी के नेतृत्व में पुलिस फोर्स की तैनाती रहेगी.

मामले की जांच और ट्रायल

इस जघन्य हत्या के तीनों आरोपी- पुलकित आर्य, सौरभ भास्कर और अंकित गुप्ता फिलहाल न्यायिक हिरासत में हैं. पुलकित आर्य वंतारा रिज़ॉर्ट का मालिक था, जहां 18 सितंबर 2022 को अंकिता रहस्यमयी तरीके से लापता हुई थीं. बाद में उसका शव एक नहर से बरामद हुआ, जिससे पूरे प्रदेश में आक्रोश फैल गया.

मामले की जांच के लिए एसआईटी गठित की गई थी, जिसने 500 से ज्यादा पन्नों की चार्जशीट दाखिल की. इसमें कुल 97 गवाह नामित किए गए थे, जिनमें से अभियोजन पक्ष ने 47 गवाहों को पेश किया.

पुलकित आर्य पर IPC की धारा 302 (हत्या), 201 (साक्ष्य मिटाना), 354A (छेड़छाड़) और अनैतिक देह व्यापार निवारण अधिनियम के तहत आरोप तय हुए हैं. वहीं, अन्य दोनों आरोपियों पर भी हत्या और अनैतिक कार्यों में सहयोग के आरोप लगे हैं.

पिता की भावुक अपील

अंकिता के पिता वीरेन्द्र सिंह भंडारी ने कहा, “मेरे जीते जी मेरी बेटी के हत्यारों को फांसी मिले. सरकार ने वादा किया था कि अंकिता के नाम पर श्रीकोट नर्सिंग कॉलेज का नाम रखा जाएगा, लेकिन आज तक नहीं रखा गया.” उन्होंने VIP अजय कुमार का नाम लेते हुए आरोप लगाया कि सरकार उसे राजनीतिक संरक्षण दे रही है और निष्पक्ष जांच में अड़चन डाल रही है और निष्पक्ष जांच में बाधा डाली गई है.

यह मामला न केवल उत्तराखंड की कानून व्यवस्था पर सवाल उठा चुका है, बल्कि पूरे देश में महिलाओं की सुरक्षा, सत्ता संरक्षण और न्याय प्रक्रिया की पारदर्शिता को लेकर गहरी बहस भी छेड़ चुका है. लोगों की एक ही मांग है दोषियों को मृत्युदंड मिले. अब सबकी निगाहें शुक्रवार को आने वाले अदालती फैसले पर टिकी हैं.

2022 में हुई थी हत्या

ऋषिकेश के निकट वंतारा रिजॉर्ट में रिसेप्शनिस्ट के रूप में काम करने वाली 19 वर्षीया अंकिता की सितंबर, 2022 में रिजॉर्ट संचालक पुलकित आर्य ने अपने दो अन्य कर्मचारियों के साथ कथित तौर पर चीला नहर में धक्का देकर हत्या कर दी थी. प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि रिजॉर्ट में एक ‘वीआईपी’ अतिथि को ‘एक्स्ट्रा सर्विस’ देने से अंकिता ने मना कर दिया था और इसी से उपजे विवाद के चलते उसकी हत्या की गयी. भाजपा के पूर्व नेता का पुत्र आर्य और दो अन्य आरोपी-अंकित गुप्ता और सौरभ भास्कर इस समय जेल में बंद हैं.


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