सोशल मीडिया पर यूजर्स ये दावा कर रहे हैं कि पाकिस्तान ने भारत पर जीत हासिल कर ली है. कई पाकिस्तानी यूज़र्स जश्न मनाते दिखे कई पाकिस्तानी चैनल्स ने इस कथित जीत को “बड़ी कामयाबी” बताया.

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लेकिन जब ज़मीन पर मौजूद तथ्यों को देखा जाए, तो कहानी कुछ ही बयां करती है.

संवाददाता,शैल ग्लोबल टाइम्स/ हिंदुस्तान ग्लोबल टाइम्स /उत्तराखंड राज्य आंदोलनकारी, अवतार सिंह बिष्ट रुद्रपुर, (उत्तराखंड)

शुरुआत हुई एक निर्णायक स्ट्राइक से

भारत ने आतंक के खिलाफ कार्रवाई करते हुए एक बड़ी स्ट्राइक को अंजाम दिया. ये स्ट्राइक पाकिस्तान PoK स्थित 9 आतंकवादी ठिकानों पर केंद्रित थी. इस कार्रवाई में 100 से अधिक आतंकवादी मारे गए. इसमें मौलाना मसूद अज़हर के परिवार के कई सदस्य भी शामिल थे. यह दावा महज एक रणनीतिक स्टेटमेंट नहीं था, बल्कि पाकिस्तान में मारे गए आतंकियों की तस्वीरें उन्हें ‘शहीद’ घोषित किया जाना, इसकी पुष्टि करते हैं.

आतंकियों के शव Photograph: (X)

ड्रोन हमलों में महत्वपूर्ण सैन्य टारगेट्स तबाह

इस स्ट्राइक के अगले ही दिन, भारत ने पाकिस्तान पर जवाबी कार्रवाई में कई रणनीतिक ठिकानों पर ड्रोन हमले किए. रावलपिंडी, लाहौर मुल्तान जैसे शहरों से जो विज़ुअल्स सामने आए, वे इस हमले की तीव्रता को स्पष्ट करते हैं. सबसे बड़ा नुकसान पाकिस्तान के लाहौर एयर डिफेंस सिस्टम को हुआ, जिसे पूरी तरह से निष्क्रिय कर दिया गया.

रावलपिंडी पर ड्रोन अटैक Photograph: (X)

पाकिस्तानियों का टूटा मनोबल

विंग कमांडर व्योमिका सिंह ने बताया कि पिछले कुछ दिनों में पाकिस्तान ने हमारे प्रतिष्ठानों पर बिना किसी उकसावे के हमला किया. हालांकि, इसके बाद पाकिस्तान को बड़ी असहनीय क्षति हुई. जमीन हवा दोनों ही जगहों में पाकिस्तान को नुकसान झेलना पड़ा. भारत ने पाकिस्तानी हवाई ठिकानों, जैसे- जैकोबाबाद, भोलारी स्कार्दू जैसे स्थानों को भारी नुकसान पहुंचाया.

स्ट्राइक में बर्बाद टेरर कैंप Photograph: (X)

इसके अलावा, पाकिस्तानी रडार सिस्टम एंटी हथियार प्रणाली ने पाकिस्तानी हवाई क्षेत्र की सुरक्षा को अस्थिर कर दिया. भारत के हमले से पाकिस्तान के सैन्य इंफ्रास्ट्रक्चर, लॉजिस्टिक प्रतिष्ठानों कमांड कंट्रोल सेंटर को भारी नुकसान हुआ. भारत के हमले में दो सैन्य कर्मियों की जान चली गई, जिससे पाकिस्तानी मनोबल पूरी तरीके से टूट गया.

पाकिस्तान का जवाब उसका नतीजा

जवाब में पाकिस्तान ने 400 से अधिक ड्रोन हमले किए, लेकिन भारत की वायु रक्षा प्रणाली ने ज़्यादातर ड्रोन को आसमान में ही निष्क्रिय कर दिया. पाकिस्तान ने कुछ लड़ाकू विमानों को मार गिराने का दावा किया, लेकिन जब सबूत मांगे गए, तो उनके डिफेंस मिनिस्टर ख्वाजा मुहम्मद आसिफ ने कहा— “सोशल मीडिया देखिए.” एक गंभीर सैन्य संवाद का जवाब अगर मेम्स ट्वीट्स में ढूंढा जाए, तो यह खुद में बताता है कि कौन सा पक्ष हकीकत से दूर है.

सीज़फायर की पहल किसने की? सच्चाई सामने आई

इस पूरे संघर्ष के बीच सबसे बड़ा खुलासा यह रहा कि सीज़फायर की पहल पाकिस्तान की ओर से हुई. भारत के विदेश सचिव विक्रम मिस्त्री ने सार्वजनिक रूप से कहा कि पाकिस्तान के DGMO ने संपर्क किया संघर्ष विराम की बात की. लेकिन पाकिस्तान ने इस सच्चाई को दुनिया से छिपाया यह दिखाया कि यह अमेरिका ट्रम्प जैसे अंतरराष्ट्रीय नेताओं की मध्यस्थता से हुआ.

अगर भारत ने सीज़फायर मांगा होता, तो शायद पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इसे हर मंच से प्रचारित करते. लेकिन कल दिए भाषण में पाकिस्तानी पीएम सिर्फ अमेरिका-अमेरिका करते हुए नजर आए. .

तो ऐसे में जब एयर डिफेंस सिस्टम नष्ट हो, आतंकवादी ढांचे को झटका लगे, डिप्लोमैटिक स्तर पर पिछड़ जाएं खुद सीज़फायर मांगना पड़े तो क्या इसे जीत कहा जा सकता है?

‘नैरेटिव वॉर’ में उलझा पाकिस्तान

असल में यह पूरा घटनाक्रम एक नैरेटिव वॉर है, जहां पाकिस्तान अपनी जनता को झूठी तसल्ली देकर एक काल्पनिक जीत का भ्रम दे रहा है. अफसोस की बात यह है कि पाकिस्तानी अवाम इस झूठ का जश्न मना रही है.

पाकिस्तान में जश्न Photograph: (X)


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