
रुद्रपुर, उत्तराखंड — 19 जुलाई 2025 को रुद्रपुर की धरती पर इतिहास रच दिया गया। देश का पहला ऐसा उत्सव, जिसमें निवेश की ग्राउंडिंग को सार्वजनिक तौर पर उत्सव का रूप दिया गया — यह अपने आप में एक साहसिक प्रयोग था, जो उत्तराखंड के औद्योगिक भविष्य को एक नई पहचान देने वाला साबित हुआ। आदरणीय केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री श्री अमित शाह जी की गरिमामयी उपस्थिति और मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में यह कार्यक्रम उत्तराखंड को औद्योगिक क्रांति 2.0 की दिशा में ले गया।
ऐतिहासिक निवेश और महिला सशक्तिकरण की पहल
इस ऐतिहासिक समारोह में अमित शाह जी ने ₹126 करोड़ की लागत से बनने वाले कामकाजी महिला छात्रावास का शिलान्यास किया, जो महिला सशक्तिकरण की दिशा में मील का पत्थर साबित होगा। कुल मिलाकर ₹187.47 करोड़ की विभिन्न परियोजनाओं का शिलान्यास किया गया। इन परियोजनाओं में बुनियादी ढांचा, शिक्षा, उद्योग और महिला कल्याण जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्र शामिल हैं।
₹1 लाख करोड़ के निवेश की ग्राउंडिंग
निवेश उत्सव 2025 का सबसे बड़ा आकर्षण रहा ₹1 लाख करोड़ से अधिक के निवेश की ग्राउंडिंग सेरेमनी — यह न केवल उत्तराखंड बल्कि पूरे देश के लिए एक मिसाल है। आदरणीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में आयोजित ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट 2023 में जो संकल्प लिया गया था, वह अब धरातल पर मूर्त रूप लेने लगा है।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इसे “उत्तराखंड की आत्मनिर्भरता की ओर पहला ठोस कदम” बताया और कहा कि यह निवेश पूंजी का प्रवाह नहीं, बल्कि युवाओं की आकांक्षाओं, राज्य के भविष्य और देवभूमि की सामूहिक क्षमता में किया गया विश्वास है।
डबल इंजन सरकार बनाम कांग्रेस सरकार
अपने संबोधन में अमित शाह ने कांग्रेस की पूर्व सरकारों पर करारा हमला बोला। उन्होंने कहा कि “कांग्रेस की असंवेदनशील सरकारों ने उत्तराखंड के साथ छल किया, जबकि हमारी डबल इंजन सरकार ने आदरणीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में उत्तराखंड को 4.15 गुना अधिक धनराशि विकास के लिए दी है।”
राज्य के सर्वांगीण विकास का रोडमैप
इस अवसर पर ₹1342 करोड़ की लागत से विभिन्न विकास परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास हुआ। इनमें औद्योगिक क्षेत्रों का विस्तार, सड़क संपर्क, पावर इंफ्रास्ट्रक्चर, स्टार्टअप हब्स और स्मार्ट लॉजिस्टिक्स हब जैसी योजनाएं शामिल हैं। ये सभी योजनाएं उत्तराखंड को सिर्फ पर्वतीय राज्य के दायरे से निकालकर एक ग्लोबल इन्वेस्टमेंट डेस्टिनेशन बनाने में सहायक होंगी।
योग, शिक्षा और व्यापार क्षेत्र की उपस्थिति
कार्यक्रम में योगगुरु स्वामी रामदेव जी ने कहा, “उत्तराखंड सिर्फ पर्यटन की भूमि नहीं, अब यह उद्योग, योग और नवाचार की भी धरती बन चुकी है। मैं इस प्रयास को भारत के औद्योगिक स्वाभिमान से जोड़कर देखता



