आप अपने फोन और लैपटॉप को पासवर्ड से सुरक्षित रखते होंगे लेकिन क्या कभी सोचा है कि एक मामूली सी लापरवाही किस हद तक नुकसान पहुंचा सकती है? ब्रिटेन की एक 158 साल पुरानी ट्रांसपोर्ट कंपनी KNP Logistics सिर्फ एक कमजोर पासवर्ड की वजह से बंद हो गई और इसके 700 कर्मचारियों की नौकरी चली गई।

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कैसे हुआ साइबर अटैक?

नॉर्थहैम्पटनशायर स्थित KNP, जिसे ‘Knights of Old’ ब्रांड से भी जाना जाता है, रैनसमवेयर हमले का शिकार बनी। कंपनी के एक कर्मचारी के पासवर्ड को अंदाजा लगाकर हैकर्स ने उनके सिस्टम में घुसपैठ की और सारा डेटा लॉक कर दिया और इंटरनल सिस्टम को पूरी तरह जाम कर दिया।संवाददाता,शैल ग्लोबल टाइम्स/ हिंदुस्तान ग्लोबल टाइम्स /उत्तराखंड राज्य आंदोलनकारी, अवतार सिंह बिष्ट

हैकर्स ने कंपनी को फिरौती का मैसेज भेजा

हैकर्स ने कहा कि डेटा वापस चाहिए तो पैसे दो। रैनसम नोट में लिखा था ‘अगर आप ये पढ़ रहे हैं, तो इसका मतलब है कि आपकी कंपनी का पूरा या कुछ हिस्सा सिस्टम से बाहर हो चुका है… अब नाराजगी छोड़िए और बातचीत से हल निकालते हैं।’

‘अकीरा’ गैंग का था हमला

एक रिपोर्ट के अनुसार, यह हमला कुख्यात रैनसमवेयर गैंग ‘अकीरा’ द्वारा किया गया। इस गिरोह ने कंपनी का पूरा सिस्टम जाम कर दिया, जिससे KNP का रोज़मर्रा का काम ठप हो गया। अनुमान है कि हैकर्स ने करीब 50 लाख पाउंड (लगभग ₹52 करोड़) की फिरौती मांगी, जो कंपनी नहीं चुका पाई और अंततः उसे अपना सारा डेटा खोकर कारोबार बंद करना पड़ा।

इतनी पुरानी कंपनी ऐसे कैसे खत्म हो गई?

KNP के डायरेक्टर पॉल एबॉट ने बताया कि उन्होंने उस कर्मचारी को अब तक नहीं बताया जिसकी लापरवाही से यह हमला संभव हुआ। उन्होंने यह भी माना कि भले ही उनका सिस्टम इंडस्ट्री स्टैंडर्ड पर खरा उतरता था और उनके पास साइबर बीमा भी था लेकिन फिर भी वे हमले से बच नहीं सके।

ब्रिटेन में बढ़ते साइबर हमले

ब्रिटेन का नेशनल साइबर सिक्योरिटी सेंटर (NCSC) हर हफ्ते 35-40 बड़े साइबर हमलों से निपट रहा है। विशेषज्ञों का कहना है कि 2025 अब तक का सबसे बुरा साल हो सकता है अगर कंपनियों ने अपनी सुरक्षा न सुधारी।

NCSC का मकसद है UK को ऑनलाइन दुनिया में सबसे सुरक्षित बनाना लेकिन रिपोर्टों से पता चलता है कि कई कंपनियां हमलों की रिपोर्ट तक नहीं करतीं और चुपचाप हैकर्स को पैसे देकर मामला रफा-दफा कर देती हैं।


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