संसदीय क्षेत्र में सक्रियता ने बनाई गोदियाल की राह आसान, कांग्रेस ने जताया भरोसा/कांग्रेस के पैरामीटर पर गुनसोला फिट, ऐसा है राजनीतिक सफर; दी पहली प्रतिक्रियाकांग्रेस के पैरामीटर पर गुनसोला फिट, ऐसा है राजनीतिक सफर; दी पहली प्रतिक्रिया टिहरी गढ़वाल संसदीय सीट पर कांग्रेस ने मसूरी विधानसभा सीट से दो बार विधायक रह चुके जोत सिंह गुनसोला पर विश्वास जताया है। वर्तमान परिस्थितियों में कांग्रेस के पैरामीटर पर वह फिट बैठे हैं।टिहरी गढ़वाल संसदीय सीट पर कांग्रेस ने मसूरी विधानसभा सीट से दो बार विधायक रह चुके जोत सिंह गुनसोला पर विश्वास जताया है। वर्तमान परिस्थितियों में कांग्रेस के पैरामीटर पर वह फिट बैठे हैं।

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हिंदुस्तान ग्लोबल टाइम्स /प्रिंट मीडिया शैल ग्लोबल टाइम्स/ अवतार सिंह बिष्ट, रूद्रपुर उत्तराखंड

गढ़वाल संसदीय क्षेत्र में लगातार सक्रियता, क्षेत्रीय मुद्दों को लेकर मुखर रहना और पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत का करीबी होना गणेश गोदियाल के पक्ष में गया। कांग्रेस ने गढ़वाल संसदीय सीट से पूर्व प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोदियाल पर ही दांव खेलना उचित समझा।

गणेश गोदियाल अपने विनम्र और मिलनसार स्वभाव के कारण पार्टी में विशेष पहचान बनाने में सफल रहे हैं। श्रीनगर क्षेत्र के पूर्व विधायक गणेश गोदियाल वर्ष 2019 में भी गढ़वाल संसदीय सीट से टिकट के दावेदार थे। तब पार्टी हाईकमान ने चुनाव के अवसर पर कांग्रेस में सम्मिलित हुए पूर्व मुख्यमंत्री एवं वरिष्ठ भाजपा नेता मेजर जनरल भुवन चंद्र खंडूड़ी के पुत्र मनीष खंडूड़ी को टिकट दिया था। उस दौरान भी पार्टी ने उन्हें मनीष को सहयोग देने को कहा, जिसे उन्होंने बखूबी निभाया।

वनंतरा रिसॉर्ट से लेकर मुद्दों पर बुलंद की आवाज

वर्ष 2024 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस के टिकट की दौड़ में मनीष खंडूड़ी और गणेश गोदियाल भी सम्मिलित रहे। मनीष के कांग्रेस छोड़ने के बाद गोदियाल की राह आसान हो गई। गढ़वाल संसदीय सीट विभिन्न प्रकरणों के कारण चर्चा के केंद्र में रहा। जोशीमठ में भूधंसाव हो या वनंतरा रिसॉर्ट की महिला कर्मचारी की हत्या का मामला, गोदियाल इन मुद्दों को लेकर मुखर रहे। उन्होंने केदारनाथ मंदिर में सोने की परत चढ़ाने के मामले में भी बदरी-केदार मंदिर समिति को निशाने पर लिया।

कांग्रेस का प्रदेश अध्यक्ष रहते बनाए अच्छे संबंध

कांग्रेस का प्रदेश अध्यक्ष रहते हुए भी गणेश गोदियाल के पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं से संबंध अच्छे रहे। वर्तमान प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष और संगठन के साथ भी उनका तालमेल ठीक माना जाता है। गोदियाल की यही सक्रियता गढ़वाल सीट पर टिकट के उनके दावे को मजबूत कर गई। पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत के साथ करीबी संबंध के कारण गोदियाल पिछले कुछ समय से हरिद्वार संसदीय क्षेत्र में भी उनके समर्थन में सक्रिय दिखाई दिए।

यह रहा पैमाना

गढ़वाल संसदीय क्षेत्र में लगातार सक्रिय -विनम्र एवं मिलनसार व्यक्तित्व -संगठन और कार्यकर्ताओं में पैठ -पूर्व सीएम हरीश रावत से करीबी संबंध

राजनीतिक परिचय

  • वर्ष 2002 में थलीसैंण से रहे विधायक
  • वर्ष 2012 में श्रीनगर से रहे विधायक
  • जुलाई, 2021 में बने प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष
  • अगस्त, 2023 से कांग्रेस कार्यसमिति के विशेष आमंत्रित सदस्य

जीवन परिचय

आयु: 57 वर्ष

निवासी: ग्राम बहेड़ी, पैठाणी, जिला-पौड़ी

पत्नी: सुनीता गोदियाल

पिता: स्वर्गीय सत्य प्रसाद

शिक्षा: स्नातक

दी ये प्रतिक्रिया

‘गढ़वाल संसदीय क्षेत्र से चुनाव लड़ने का अवसर देने के लिए केंद्रीय नेतृत्व एवं पार्टी के सभी नेताओं का हृदय से आभार। पार्टी कार्यकर्ता भाजपा सरकार को आईना दिखाने के लिए मजबूती से कार्य करेंगे। खुले दिल से जनता की अदालत में जाकर भाजपा के विरोध में जनता से समर्थन मांगा जाएगा।’ -गणेश गोदियाल, पूर्व अध्यक्ष उत्तराखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी।

पार्टी संगठन के प्रति निष्ठा, स्वच्छ छवि, सादगी और जातीय समीकरणों ने उन्हें टिकट दिलाने में अहम भूमिका निभाई।
गुनसोला को पूर्व मुख्यमंत्री एवं वरिष्ठ कांग्रेस नेता हरीश रावत का करीबी माना जाता है। वह क्रिकेट एसोसिएशन ऑफ उत्तराखंड के अध्यक्ष भी रह चुके हैं। टिहरी सीट पर वर्ष 2019 के चुनाव में कांग्रेस ने तत्कालीन प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष एवं चकराता विधायक प्रीतम सिंह चौहान को प्रत्याशी बनाया था।
गुनसोला पर कांग्रेस ने जताया भरोसा
प्रीतम सिंह चौहान के इस बार लोकसभा चुनाव लड़ने में असमर्थता जताने के बाद कांग्रेस को यहां विभिन्न समीकरणों के दृष्टिगत भाजपा से मुकाबले को दमदार प्रत्याशी की तलाश थी। यह पूर्व विधायक गुनसोला पर जाकर पूरी हुई, जिन्होंने टिकट के लिए दावा भी पेश किया था। किसी अन्य प्रमुख नेता की दावेदारी न होने का लाभ भी गुनसोला को मिला।
सरल व्यवहार और स्वच्छ छवि के लिए जाने जाते हैं गुनसोला
मूल रूप से टिहरी जिले की प्रतापनगर तहसील के ग्राम म्यूंडा धारमंडल निवासी गुनसोला को अपने सरल व्यवहार और स्वच्छ छवि के लिए जाना जाता है। वह मसूरी नगर पालिका परिषद के दो बार अध्यक्ष रह चुके हैं। राज्य गठन के बाद मसूरी से वह पहले विधायक भी चुने गए। सत्ता विरोधी लहर के बावजूद लगातार दूसरी बार 2007 में भी वह यहीं से विधायक बने। इसके अलावा गुनसोला को कांग्रेस संगठन में निष्ठा के साथ काम करने का लाभ भी मिला है।
जीवन परिचय
नाम: जोत सिंह गुनसोला
पिता का नाम : स्वर्गीय बीएस गुनसोला
जन्म : 10 फरवरी 1954
पत्नी : सोना देवी गुनसोला
शिक्षा: स्नातक
पता: गांधी चौक, मसूरी
राजनीतिक जीवन
– वर्ष 1988 और वर्ष 1997 में मसूरी नगर पालिका के अध्यक्ष चुने गए। -वर्ष 2002 में राज्य के पहले विधानसभा चुनाव में मसूरी से विधायक बने -वर्ष 2007 में मसूरी सीट से ही दोबारा विधानसभा में पहुंचे।
-वर्ष 2019 में क्रिकेट एसोसिएशन ऑफ उत्तराखंड के अध्यक्ष चुने गए
जोत सिंह गुनसोला ने कही ये बात
पिछले 53 वर्ष से कांग्रेस पार्टी के लिए काम कर रहा हूं। पार्टी ने मेरे राजनीतिक और सेवा के अनुभव देखकर टिकट दिया है। इस पर खरा उतरने का प्रयास करूंगा। संगठन बूथ स्तर तक अपना काम कर रहा है। इसलिए कांग्रेस इस सीट पर पूरे दमखम के साथ चुनाव लड़ेगी। एक सेवक के रूप में एक-एक मतदाता को कांग्रेस से जोड़ने का प्रयास किया जाएगा। -जोत सिंह गुनसोला, कांग्रेस प्रत्याशी, टिहरी गढ़वाल संसदीय क्षेत्र
हिंदुस्तान ग्लोबल टाइम्स /प्रिंट मीडिया शैल ग्लोबल टाइम्स/ अवतार सिंह बिष्ट, रूद्रपुर उत्तराखंड

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