
रुद्रपुर,होली कार्यक्रम में होली के दौरान महिलाओं ने एक दूसरे को अबीर गुलाल लगाकर होली के गीतों पर जमकर नृत्य किया. वहीं दूसरी ओर संस्कृति और साहित्य को समर्पित परिषद की होलियारों को शैल परिषद के पदाधिकारी द्वारा शुभकामनाएं दी गई।.शैल परिषद की महिलाओं में अभी से होली का रंग चढ़ने लगा है. महिलाएं घरों से निकलकर होली का जश्न मना रही हैं. रुद्रपुर की सामाजिक संस्था शैल सांस्कृतिक समिति के तत्वाधान में शहर के विभिन्न स्थानों में पहाड़ी होली का आयोजन किया जा रहा है. इसमें आज शैल परिषद के भवन में आयोजित महिलाओं की होली में रुद्रपुर शहर भर की पर्वतीय महिलाओं ने हिस्सा लिया.


प्रिंट मीडिया, शैल ग्लोबल टाइम्स/ हिंदुस्तान ग्लोबल टाइम्स/संपादक उत्तराखंड राज्य आंदोलनकारी, अवतार सिंह बिष्ट रुद्रपुर, (उत्तराखंड)
महिलाओं की होली कार्यक्रम में मुख्य रूप से पूर्व स्वास्थ्य महा निर्देशक DG health,अमिता उप्रेती,डॉ नीरजा पंत,मुकुल उप्रेती, कमलेश बिष्ट, गीता भट्ट,रेखा जोशी,तनुजा बुधौरी, विनीता पांडे, सुधा पटवाल , मोहिनी बिष्ट, जानकी त्रिपाठी, पुष्पा जोशी,कमला पाठक, सुधा जोशी, हंसी मिश्रा, नीलम,पांडे लीला दनाई, नीलम कांडपाल , दीपा मटेला,भावना मेहरा, दीपा जोशी, मंजू दनाई ,सुनीता पांडे ,तारा जोशी, शोभा मिश्रा, प्रभा मेहरा ,शालिनी बोहरा, सरिता उपाध्याय ,हेमा पंत, कुमकुम उपाध्याय, रेखा, ममता त्रिपाठी,पूजा, भारती जोशी,आदि उपस्थित थे। क्रमशः
महिला होली कार्यक्रम शैल परिषद के अध्यक्ष गोपाल सिंह पटवाल, महामंत्री एड 0दिवाकर पाण्डे,कोषाध्यक्ष डी0के0दनाई,उपाध्यक्ष मोहन उपाध्याय, , दिनेश भट्ट,पूरन चन्द्र जोशी,राजेन्द्र सिंह बोरा, नीलांबर जोशी, धीरज पांडे,दिनेश बम ,संजीव बुधौरी, हरीश दनाई ,पूर्व महानिदेशक चिकित्सा विभाग डा0एल0एम उप्रेती,नरेंद्र रावत, सतीश लोहनी, जगदीश बिष्ट, सी0 बी0 घिंडियाल, एल0डी0 जोशी , राजेंद्र बलौदी ,प्रकाश जोशी,महेश कांडपाल, गगन कांडपाल, अवतार सिंह बिष्ट,डी0एस0 मेहरा, त्रिभुवन जोशी , के0के0मिश्रा,दयाकिसन बुढ़लाकोटी,शेखर अधिकारी , आदि उपस्थित थे।
9 मार्च 2025 समय प्रातः 10:00 बजे से रुद्रपुर शैल भवन के प्रांगण में खड़ी होली का होगा आयोजन। कुमाऊं में जगह-जगह शास्त्रीय संगीत पर आधारित होली गायन इस त्योहार को और भी खास बनाता है. उत्तराखंड राज्य में खड़ी और बैठकी दो तरह की होली मनाई जाती है. बैठकी होली में होल्यार बैठकर होली के गीत गाते हैं और खड़ी होली में चलते हुए गीतों की प्रस्तुति दी जाती है.
