
Stealth Drone यानी ऐसा ड्रोन जिसे सामान्य रडार ट्रैक नहीं कर सकते. इसकी बनावट, उड़ान शैली और तकनीक कुछ इस तरह तैयार की जाती है कि यह दुश्मन के इलाके में घुसकर चुपचाप निगरानी कर सकता है या सटीक हमला कर सकता है वो भी बिना कोई शोर किए.


इसमें लगा हाई-रेज़ोल्यूशन कैमरा, सेंसर और टारगेटिंग सिस्टम इसे बेहद घातक बना देते हैं. यह हजारों किलोमीटर तक उड़ सकता है और दुश्मन को भनक भी नहीं लगने देता.
RQ-170 Sentinel, अमेरिका का सबसे चर्चित स्टील्थ ड्रोन है जो पहले ही अफगानिस्तान, पाकिस्तान और यहां तक कि ईरान की सीमाओं में गुप्त मिशन कर चुका है. यह दुश्मन की आंखों से बचकर सूचनाएं इकट्ठा करने में माहिर है.
XQ-58A Valkyrie, यह लो-कॉस्ट लेकिन हाई परफॉर्मेंस ड्रोन है जिसे लड़ाकू विमानों के साथ मिलकर इस्तेमाल किया जा सकता है. इसकी रफ्तार तेज है और इसे पकड़ पाना बेहद मुश्किल.
MQ-25 Stingray, अमेरिकी नौसेना का नया कमाल का ड्रोन जो एयरक्राफ्ट कैरियर से उड़ान भर सकता है. यह न सिर्फ स्टील्थ मिशन पूरा करता है, बल्कि हवा में ही फ्यूल रीफिलिंग का काम भी करता है.
अमेरिका और इज़राइल के बीच वर्षों से गहरा रक्षा संबंध है. अमेरिका न केवल इज़राइल को आधुनिक हथियार उपलब्ध कराता है, बल्कि उसे टेक्नोलॉजी, सैटेलाइट डेटा और इंटेलिजेंस भी शेयर करता है. अगर ईरान से किसी बड़े खतरे की आशंका होती है, तो अमेरिका के ये अत्याधुनिक ड्रोन इज़राइल को तुरंत रणनीतिक बढ़त दिला सकते हैं. Stealth ड्रोन अमेरिका की वो अदृश्य ताकत हैं जो बिना दिखाई दिए दुश्मन की जड़ें हिला सकते हैं. अगर यह तकनीक इज़राइल के हाथ में आती है तो ईरान के लिए यह किसी बुरे सपने से कम नहीं होगा.
