
बता दें कि धनखड़ बुधवार को अपने तीन दिवसीय दौरे पर नैनीताल पहुंचे थे।


क्या है पूरा मामला? कैसी है तबीयत?
हालांकि जगदीप धनखड़ को उनकी मेडिकल टीम ने फौरन राहत दी और वह बाद में ठीक हो गए। इसके बाद वह राजभवन के लिए रवाना हो गए, यहां वह रात्रि में विश्राम करेंगे। दरअसल ये घटना उस वक्त घटी, जब उपराष्ट्रपति धनखड़ बुधवार को कुमाऊं विश्वविद्यालय के स्वर्ण जयंती समारोह में मौजूद थे।
समारोह के दौरान उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ भाषण देने के बाद मंच से नीचे उतरने लगे और अपने पूर्व संसदीय सहयोगी महेंद्र सिंह पाल की तरफ बढ़े। वह, पाल को देखकर भावुक हो गए और उन्होंने एक दूसरे को गले लगाया। इसी दौरान उपराष्ट्रपति, पाल के कंधों पर ही बेसुध हो गए। इसके बाद उनकी मेडिकल टीम ने उन्हें फौरन राहत पहुंचाई।
उत्तराखंड यात्रा के पहले दिन हुई घटना
यह घटना उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ की उत्तराखंड यात्रा के पहले दिन हुई। उनके प्रवास के दौरान कई आधिकारिक कार्यक्रमों में भाग लेने की उम्मीद है। उपराष्ट्रपति कार्यालय की ओर से जारी विज्ञप्ति के अनुसार, वे 25 से 27 जून तक तीन दिनों के लिए नैनीताल का दौरा करेंगे। 25 जून को धनखड़ को कुमाऊं विश्वविद्यालय के स्वर्ण जयंती समारोह की अध्यक्षता करनी थी और संस्थान के छात्रों और संकाय सदस्यों को संबोधित करना था।
27 जून को उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ शेरवुड कॉलेज के 156वें स्थापना समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में अध्यक्षता करेंगे। इस दौरे के दौरान उपराष्ट्रपति नैनीताल में राजभवन भी जाएंगे।
कार्यक्रम से पहले, उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ का गणमान्य लोगों की एक सभा ने गर्मजोशी से स्वागत किया। स्वागत करने वालों में कैबिनेट मंत्री रेखा आर्य (मुख्यमंत्री का प्रतिनिधित्व करते हुए), सांसद अजय भट्ट, हल्द्वानी के मेयर गजराज बिष्ट, वन एवं पर्यावरण सलाहकार समिति के उपाध्यक्ष दीपक मेहरा, कुमाऊं कमिश्नर दीपक रावत, आईजी रिद्धिम अग्रवाल, जिलाधिकारी वंदना और एसएसपी प्रहलाद नारायण मीना शामिल थे।

