रुद्रपुर। संविधान निर्माता भारत रत्न डॉ. भीमराव अंबेडकर की 134वीं जयंती की पूर्व संध्या से लेकर मुख्य दिवस तक रुद्रपुर नगर पूरी तरह से बाबा साहब के आदर्शों से सराबोर रहा। आदर्श कॉलोनी स्थित बुध पार्क में आयोजित मुख्य समारोह से पहले नगर में भव्य शोभायात्रा निकाली गई, जिसमें भाजपा कांग्रेस और समाज के विभिन्न वर्गों से जुड़े सैकड़ों लोग शामिल हुए।


शैल ग्लोबल टाइम्स/ हिंदुस्तान ग्लोबल टाइम्स/संपादक उत्तराखंड राज्य आंदोलनकारी, अवतार सिंह बिष्ट रुद्रपुर, (उत्तराखंड)संवाददाता
रुद्रपुर में ऐतिहासिक रूप से मनाई गई बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर की जयंती, विधायक शिव अरोड़ा ने दिया सामाजिक समरसता का संदेश
भारत रत्न, संविधान निर्माता, समाज सुधारक बाबा साहेब डॉ. भीमराव अंबेडकर की 134वीं जयंती के पावन अवसर पर रुद्रपुर में ऐतिहासिक आयोजन हुआ। अंबेडकर पार्क में आयोजित कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में पहुंचे रुद्रपुर विधायक शिव अरोड़ा ने बाबा साहेब की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर दीप प्रज्वलित किया।
विधायक शिव अरोड़ा ने अपने संबोधन में कहा –
“बाबा साहेब ने भारत को न केवल एक मजबूत संविधान दिया, बल्कि वंचितों, शोषितों और दलितों को समानता का अधिकार दिलाया। आज का दिन हमें उनके आदर्शों को आत्मसात करने और सामाजिक समरसता के मार्ग पर चलने की प्रेरणा देता है।”
इस दौरान उन्होंने संविधान की प्रस्तावना का पाठ किया और युवाओं से आह्वान किया कि वे शिक्षा, संघर्ष और संगठन के मंत्र को अपने जीवन में उतारें।
कार्यक्रम की विशेषताएँ:
- बाबा साहेब की जीवनी पर आधारित प्रदर्शनी
- संविधान की प्रस्तावना का सामूहिक पाठ
- बच्चों द्वारा प्रस्तुत किए गए देशभक्ति गीत और भाषण
- दीप प्रज्वलन व पुष्पांजलि
- सभी कार्यकर्ताओं द्वारा सामाजिक सौहार्द का संकल्प
कार्यक्रम का संचालन भाजपा अनुसूचित जाति मोर्चा के पदाधिकारियों द्वारा किया गया और बड़ी संख्या में आमजन, महिलाएँ, छात्र और समाजसेवी भी उपस्थित रहे।
यह शोभायात्रा बाबा साहब की प्रतिमा स्थल से प्रारंभ होकर नगर के प्रमुख मार्गों से होती हुई कार्यक्रम स्थल पर पहुंची। इस आयोजन को लेकर नगर में उत्सव का माहौल रहा, जगह-जगह पुष्प वर्षा कर स्वागत किया गया।
महापौर विकास शर्मा बोले—बुद्धिमत्ता से लाया परिवर्तन
मुख्य समारोह के दौरान महापौर विकास शर्मा ने कहा, “बाबा साहब ने भारत को ज्ञान, संघर्ष और संगठन का त्रिवेणी मंत्र दिया। उनकी बुद्धिमत्ता से आज भारत का संविधान विश्व के सबसे समावेशी दस्तावेजों में से एक है। समाज में जो चेतना आई है, उसका श्रेय पूरी तरह बाबा साहब को है। भाजपा एकमात्र दल है जो उनके विचारों को ज़मीनी स्तर पर उतार रही है।”
रामपाल सिंह—बाबा साहब का अपमान राष्ट्र का अपमान
पूर्व महापौर रामपाल सिंह ने भावुक होते हुए कहा, “बाबा साहब को सम्मान न देने वाला व्यक्ति इस देश में रहने का अधिकारी नहीं। उन्होंने वंचित समाज को आत्मसम्मान और अधिकार का जीवन दिया। उनका योगदान हर पीढ़ी को याद रखना चाहिए।”
राजकुमार ठुकराल—संविधान के रचयिता को नमन
पूर्व विधायक राजकुमार ठुकराल ने कहा, “बाबा साहब का जीवन संघर्षों की मिसाल है। उनके विचारों को आत्मसात किए बिना राष्ट्र की कल्पना अधूरी है। भाजपा ने पंचतीर्थ योजना के माध्यम से बाबा साहब के जीवन स्थलों को नई पहचान दी है।”
मीना शर्मा—महिलाओं के अधिकारों के प्रेरणास्रोत हैं अंबेडकर
पूर्व पालिका अध्यक्ष मीना शर्मा ने कहा, “बाबा साहब महिलाओं के लिए भी समान अधिकारों के अग्रदूत थे। उनके विचार आज भी महिला सशक्तिकरण की नींव हैं। उन्होंने शिक्षा और स्वाभिमान की राह दिखाई।”
संजय ठुकराल—समरसता और एकता के प्रतीक
समाजसेवी संजय ठुकराल ने कहा, “बाबा साहब ने कभी किसी वर्ग के विरुद्ध नहीं, बल्कि सभी को एक सूत्र में बाँधने का काम किया। आज उनके आदर्शों की और भी अधिक आवश्यकता है।”
संजय जुनेजा—व्यापारी समाज को मिली सोच की दिशा
व्यापार मंडल अध्यक्ष संजय जुनेजा ने कहा, “व्यापारी समाज हमेशा बाबा साहब के सिद्धांतों से प्रेरणा लेता रहा है। उन्होंने संविधान में जो आर्थिक समानता की बात की, वह आज के आर्थिक परिदृश्य के लिए भी उतनी ही प्रासंगिक है।”
पूर्व मेयर प्रत्याशी एवं पूर्व खिलाड़ी मोहनखेड़ा—खेल और संविधान में संतुलन की शिक्षा
पूर्व खिलाड़ी प्रत्याशी मोहनखेड़ा ने कहा, “बाबा साहब ने संविधान में नागरिकों को समान अवसर की बात की। यह सिद्धांत खेल और समाज दोनों में समानता के अवसरों की मांग करता है।”
राजेश शुक्ला बोले—संघर्ष ही सफलता की कुंजी
पूर्व विधायक राजेश शुक्ला ने कहा, “मैंने स्वयं बाबा साहब के बताए गए रास्ते पर चलने का प्रयास किया है। समाज में बदलाव लाने के लिए संघर्ष जरूरी है, जैसा उन्होंने किया। मैं हर उस विचार को समर्थन देता हूँ जो समाज को जोड़ता है, तोड़ता नहीं।”
तिलक राज बहेड़—कांग्रेस हमेशा रही बाबा साहब की विचारधारा के साथ
वर्तमान कांग्रेस विधायक तिलक राज बहेड़ ने इस अवसर पर कहा, “बाबा साहब केवल एक जाति विशेष के नहीं, पूरे राष्ट्र के निर्माता हैं। कांग्रेस पार्टी ने हमेशा उनके आदर्शों को सर्वोच्च प्राथमिकता दी है। हमें विचारधाराओं से ऊपर उठकर उनके सिद्धांतों को जीवन में उतारना चाहिए।”
कार्यक्रम में शामिल प्रमुख गणमान्य
इस आयोजन में भाजपा मंडल अध्यक्ष धीरेश गुप्ता, वरिष्ठ कार्यकर्ता योगेश वर्मा, गोपी सागर, राजेश जग्गा, राधेश शर्मा, मदन दिवाकर, जी के शर्मा, अशोक सागर, वेद प्रकाश मौर्या, कृष्ण पाल गंगवार, दीपू रस्तौगी, सुभाष चन्द्र श्रीवास्तव, रामधारी गंगवार, राजेन्द्र राठोर, एमपी मौर्य, मुकेश रस्तौगी, चन्द्रपाल चंदा, राजेन्द्र कुमार समेत दर्जनों कार्यकर्ता, सामाजिक संगठन और आम जन उपस्थित रहे।
डॉ. भीमराव अंबेडकर जयंती के इस आयोजन ने रुद्रपुर एवं किच्छा को सामाजिक चेतना, समरसता और लोकतांत्रिक मूल्यों की एक नई ऊर्जा दी। सभी वक्ताओं ने एक स्वर में यह संकल्प लिया कि जाति, धर्म, वर्ग से ऊपर उठकर देशहित और संविधान की रक्षा में सब एकजुट होकर कार्य करेंगे।

