Hindustan Global Times, अवतार सिंह बिष्ट

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सराफ दयाशंकर से टनकपुर हाईवे पर लूट करने के बाद बदमाश उत्तराखंड के किच्छा की तरफ भागे हैं। बदमाशों की सटीक लोकेशन पुलिस को मिल रही थी। वजह यह थी कि जिन दो बैग को बदमाश लूट कर ले गए थे उनमें से एक में सराफ का मोबाइल था, जिससे पुलिस को बदमाशों की लोकेशन मिल रही है।

बदमाशों की तलाश में एसओजी के अलावा उत्तराखंड पुलिस की भी मदद ली जा रही है।
न्यूरिया के मानपुर गांव के सराफ दयाशंकर की बिथरा बस अड्डे के पास सराफे की दुकान है। दयाशंकर का गिरवी गांठ का काफी अच्छा काम है। आसपास के कई गांव के लोग उनके यहां आते हैं। दयाशंकर ने बताया कि वह रोजाना शाम को पांच से साढ़े पांच बजे के बीच दुकान बंद कर घर चले जाते हैं। दुकान पर रखे सोने-चांदी के जेवरात वह बैग में भरकर घर ले जाते थे।
घटना को देखकर साफ है कि बदमाशों ने पहले रेकी की थी। शाम को अंधेरा होते ही वारदात को अंजाम दिया। अपाचे चला रहा बदमाश हेलमेट पहने था जबकि पीछे बैठा बदमाश काले कपड़े से ढांटा बांधे थे। पीछे बैठे बदमाश के हाथ में तमंचा बताया जा रहा है।
वारदात के बाद पुलिस ने सर्विलांस टीम को लगाया। सराफ के मोबाइल की लोकेशन निकाली तो वह किच्छा में निकली। सराफ ने बताया कि मोबाइल एक बैग में ही है। बस इसी आधार पर पुलिस अब बदमाशों की तलाश में जुटी है। इधर घटना के बाद व्यापार मंडल के पदाधिकारियों में आक्रोश है। पुलिस का कहना है कि सराफ की छोटी दुकान हैं। जिसमें बिजली का कनेक्शन तक नहीं है।

6 अगस्त को भी हुई थी चोरी
सराफ दयाशंकर ने बताया कि छह अगस्त की रात को उनकी दुकान की दीवार काटकर रात में चोरों ने तिजोरी काट दी थी। तिजोरी में 25-30 हजार के जेवर थे जो चोर ले गए। चूंकि रात में दुकान में जेवर नहीं रखते हैं इसलिए तब चोरों के हाथों ज्यादा सामान नहीं लग सका। न्यूरिया पुलिस ने घटना का फर्जी खुलासा कर दिया।

पीलीभीत–बदमाशों की लोकेशन ट्रेस की जा रही है। सराफ 27-28 लाख की लूट बता रहे हैं लेकिन अभी छानबीन की जा रही है। जल्द ही घटना का खुलासा कर दिया जाएगा।
– प्रतीक दहिया, सीओ सदर।


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