Hindustan Global Times अवतार सिंह बिष्ट.                उत्तराखंड राज्य आंदोलनकारी,                journalist from Uttarakhand,

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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हमेशा अपने विपक्ष को चौंकाते रहते हैं. जब सारे विपक्षी दल 7 नवंबर से शुरू हो रहे पांच राज्यों के विधानसभा चुनावों को लेकर माथापच्ची कर रहे हैं, तब पीएम मोदी उत्तराखंड के हिमालय में आदि कैलाश और जागेश्वर धाम में पूजा कर रहे हैं.

Hindustan Global Times अवतार सिंह बिष्ट. उत्तराखंड राज्य आंदोलनकारी, journalist from Uttarakhand

वहां डमरू, नगाड़ा और शंख बजा रहे हैं. क्या बीजेपी को पीएम की इस धार्मिक यात्रा का चुनावी फायदा मिल पाएगा.

उत्तराखंड: देश में पांच राज्यों के विधानसभा चुनावों का बिगुल बज चुका है. 7 नवंबर को पूर्वोत्तर राज्य मिजोरम से चुनाव का श्रीगणेश हो रहा है. इसके साथ ही मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, राजस्थान और तेलंगाना में भी चुनाव होने हैं. विपक्षी गठबंधन INDIA चुनाव के लिए गोटियां बिछाने में लगा है. कई राज्यों में सीटों को लेकर तालमेल नहीं हो पा रहा है. उधर पीएम मोदी धुआंधार चुनाव प्रचार के बाद सीधे उत्तराखंड के पिथौरागढ़ जिले में आदि कैलाश के दर्शन के लिए पहुंच गए. पीएम मोदी यहां भक्ति भाव में लीन दिखे.T
आदि कैलाश में ध्यानमग्न पीएम मोदी

पीएम मोदी का उत्तराखंड का धार्मिक दौरा: पीएम मोदी ने आदि कैलाश के दर्शन करके पार्वती कुंड मंदिर में बड़ी घंटी बजाई. शंख ध्वनि की. डमरू बजाया. मानो विपक्ष को संदेश दे रहे हों कि विधानसभा चुनाव में भी जनता के सिर पर चढ़े उनके जादू से पार पाना आसान नहीं होगा. आदि कैलाश से जब पीएम मोदी चीन सीमा पर स्थित गुंजी गांव पहुंचे तो यहां उन्होंने नगाड़ा बजाया. मानो पीएम मोदी विपक्ष को रह रहे हों कि नगाड़े की धमक की तरह विधानसभा चुनावों में बीजेपी को वोट भी धमाकेदार पड़ेंगे. इसमें कोई दो राय नहीं कि पीएम नरेंद्र मोदी द्वारा पिथौरागढ़ में बजाए गए डमरू, नगाड़े, शंख और घंटी की गूंज पांच चुनावी राज्यों के मतदाओं के मन पर सीधे असर कर सकती है. खासकर हिंदू वोटर पीएम नरेंद्र मोदी की इस धार्मिक यात्रा से खुद को प्रधानमंत्री और बीजेपी से जुड़ा महसूस कर सकते हैं.

आदि कैलाश को प्रणाम करते पीएम मोदी

पांच चुनावी राज्यों में वोटरों के आंकड़े: अगर हम आंकड़ों की बात करें तो मिजोरम में 8.52 लाख वोटर हैं. तेलंगाना में वोटरों की संख्या 3.17 करोड़ है. मध्य प्रदेश में 5.60 करोड़ मतदाता हैं. छत्तीसगढ़ में 2.03 करोड़ वोटर हैं. राजस्थान में वोटरों की संख्या 5.2 करोड़ है.

भगवान शिव के भक्त हैं पीएम मोदी

मध्य प्रदेश में 90 फीसदी से ज्यादा हैं हिंदू: चुनावी राज्य मध्य प्रदेश में हिंदुओं की जनसंख्या 90 फीसदी से ज्यादा है. हिंदुस्तान का दिल कहे जाने वाले मध्य प्रदेश में 17 नवंबर को मतदान है. ऐसे में मध्य प्रदेश से 1000 किलोमीटर दूर उत्तराखंड के पिथौरागढ़ में पीएम मोदी ने जो डमरू, नगाड़ा, शखं और घंटी बजाई है वो वहां के हिंदुओं के कानों तक जरूर पहुंचेगी.

गुंजी में रक्षा बलों के साथ पीएम मोदी

छत्तीसगढ़ में 93 फीसदी से ज्यादा हिंदू: दूसरा चुनावी राज्य मध्य प्रदेश से लगा छत्तीसगढ़ है. यहां हिंदुओं की जनसंख्या 93 फीसदी से ज्यादा है. यहां दो चरणों में 7 और 17 नवंबर को मतदान है. बीजेपी को उम्मीद होगी कि उत्तराखंड के पिथौरागढ़ से करीब 1200 किलोमीटर दूर छत्तीसगढ़ राज्य में भी पीएम द्वारा बजाए डमरू, नगाड़े, शंख और घंटी की ध्वनि पहुंची होगी और चुनाव में इसका फायदा पार्टी को होगा, जिससे वो राज्य में सरकार बना सके.

आदि कैलाश में शंख बजाते पीएम मोदी

राजस्थान में 88 फीसदी से ज्यादा हिंदू: राजस्थान में 25 नवंबर को विधानसभा चुनाव के लिए मतदान है. राजस्थान में 88 फीसदी से ज्यादा हिंदू आबादी है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की उत्तराखंड की धार्मिक यात्रा और यहां से दिया गया संदेश यहां से करीब 800 किलोमीटर दूर राजस्थान भी पहुंचेगा. राजस्थान में अभी कांग्रेस की सरकार है. अशोक गहलोत वहां के मुख्यमंत्री हैं.

आदि कैलाश पथ पर पीएम मोदी

तेलंगाना में 84 फीसदी हैं हिंदू: दक्षिण के राज्य तेलंगाना में 84 फीसदी हिंदू जनसंख्या है. तलंगाना में विधानसभा चुनाव 30 नवंबर को हैं. अभी तेलंगाना में राज्य आंदोलन के नायक रहे के चंद्रशेखर राव की सरकार है. तेलंगाना में राज्य गठन के बाद से ही भारत राष्ट्र समिति (पूर्व नाम-तेलंगाना राष्ट्र समिति) की सरकार है. बीजेपी हैदराबाद का नाम भाग्यनगर करने को लेकर पिछले चुनावों में काफी शोर मचा चुकी है. पीएम मोदी की आदि कैलाश और जाकेश्वर धाम की यात्रा का इन चुनावों में हिंदू वोटरों पर कितना असर पड़ेगा ये देखना दिलचस्प होगा.

बॉर्डर पर तैनात सैनिकों का उत्साह बढ़ाते पीएम मोदी

मिजोरम में 7 नवंबर को है मतदान: देश का पांचवां विधानसभा चुनाव वाला राज्य पूर्वोत्तर में स्थित मिजोरम है. मिजोरम ईसाई बहुल राज्य है. यहां 87 फीसदी से ज्यादा ईसाई जनसंख्या है. हिंदू यहां सिर्फ पौने तीन फीसदी के करीब हैं. ऐसे में मिजोरम के चुनाव पर पीएम मोदी की धार्मिक यात्रा का शायद ज्यादा असर नहीं होगा.

पार्वती कुंड मंदिर में पूजा करते पीएम मोदी

चौंकाते रहे हैं पीएम मोदी: दरअसल पीएम मोदी अक्सर ही विपक्ष को चौंकाते रहे हैं. विपक्ष जब उन पर कोई विवादित बयान देता है तो मोदी उसी को चुनावी हथियार बना लेते हैं. 2007 में गुजरात विधानसभा चुनाव के दौरान सोनिया गांधी ने नरेंद्र मोदी को ‘मौत का सौदागर’ कहा तो फिर वो चुनाव इसी बयान को हथियार बना कर लड़ा गया और मोदी बंपर तरीके से चुनाव जीत गए थे. 2019 के लोकसभा चुनाव के पहले राहुल गांधी ने मोदी को ‘चौकीदार चोर है’ कहकर घेरने की कोशिश की थी. लेकिन पीएम मोदी ने इसी को चुनावी नारा बना दिया. तब बीजेपी ने इसके जवाब में ‘मैं भी चौकीदार’ नारे हिट करवा दिया था.
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अब ये देखना दिलचस्प होगा कि पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव से ठीक पहले उत्तराखंड के आदि कैलाश और जागेश्वर धाम की पीएम नरेंद्र मोदी की यात्रा और वहां बजाए गए डमरू, नगाड़े, शंख और घंटी की ध्वनि बीजेपी को कितने वोट दिलाती है. क्या पीएम मोदी की ये धार्मिक यात्रा राजस्थान और छत्तीसगढ़ में बीजेपी को सत्ता दिला पाएगी और मध्य प्रदेश में सरकार बचा पाएगी.
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