पूर्व कैबिनेट मंत्री और किच्छा विधायक तिलकराज बेहड़ ने गुरुवार को आवास विकास रुद्रपुर स्थित अपने आवास पर पत्रकारों को ऑडियो सुनाते हुए बताया कि कुछ माह पहले पंतनगर में दो पक्षों में विवाद हो गया था। इस मामले में पुलिस ने एक पक्ष का मुकदमा दर्ज कर पिता-पुत्री को जेल भेज दिया था।
इस दौरान एक बहन पिता और बहन की पैरवी में लग गई थी। साथ ही दूसरे पक्ष पर मुकदमा दर्ज कराने के लिए पंतनगर थाना समेत अन्य आला अधिकारियों के चक्कर लगाए, लेकिन कार्रवाई नहीं हुई। इस बीच थानाध्यक्ष से युवती मिली तो उन्होंने उसे अपने झांसे में लेना शुरू कर दिया। साथ ही उससे अश्लील बातें करने लगा।
वायरल ऑडियो के कुछ अंश
आडियो में थानाध्यक्ष युवती से कहते हैं कि कहां मिलोगी? युवती ने अपने पिता के कार्यालय में मिलने को कहा। थानाध्यक्ष कहते हैं कि मार्केट में सब देखेंगे। युवती ने कहा कि कहां मिलेंगे तो थानाध्यक्ष बोले गाड़ी में बैठेंगे, झा कालोनी के आसपास कोई नहीं देखेगा। इसके बाद थानाध्यक्ष युवती से अनुचित बात करते हैं।
युवती कुछ देर के लिए खामोश हो जाती है। थोड़ी ही देर बाद कोई उत्तर न मिलने पर फिर से थानाध्यक्ष बोलते हैं कि कल अच्छी लग रही थी। आपत्तिजनक डिमांड करते हैं। जिस पर युवती असमर्थता जाहिर करती है। युवती कहती है कि सर मेरा काम कर दीजिए तो थानाध्यक्ष कुछ कहने लगे। युवती कह रही है कि मैं मना कर रही हूं, फिर भी सर आप ऐसी बात कर रहे हैं।
हिंदुस्तान Global Times/। प्रिंट मीडिया: शैल Global Times /Avtar Singh Bisht ,रुद्रपुर, उत्तराखंड
डीजीपी से की मामले की शिकायत, बैठाई जांच
किच्छा विधायक बेहड़ ने बताया कि मामला गंभीर है। इसकी शिकायत उन्होंने बुधवार को डीजीपी उत्तराखंड से की है। डीजीपी ने आइपीएस पी रेणुका देवी को जांच के आदेश दे दिए हैं। जिसके बाद गुरुवार को पुलिस की एक अधिकारी पंतनगर निवासी पीड़ित पक्ष के यहां पहुंचा और उनके बयान दर्ज किया गया है। बेहड़ ने कहा कि जिले के थानों में एसएसपी का कंट्रोल नहीं रह गया है।
पुलिस हेडक्वार्टर में जिले की पुलिस की छबि खराब है। बेहड़ ने बताया कि आरोपित थानाध्यक्ष ने उनके छोटे भाई से भी मिलकर मामला रफा दफा करने का दबाव बनाया। बेहड़ ने कहा कि पीड़िता की मदद करने के बजाय थानाध्यक्ष अश्लील बातें कर रहे हैं। यह है एसओ की कार्यशैली, ऐसे में फरियादियों की समस्याओं का समाधान कैसे करते होंगे।कहा कि पीड़िता पर भी दबाव बनाकर प्रकरण को दबाने या फिर थानाध्यक्ष को बचाने की कोशिश की गई तो कांग्रेस प्रदेश व्यापी आंदोलन करेगी। इधर, प्रेस वार्ता के बाद ऑडियो इंटरनेट पर तेजी से वायरल हुआ तो पुलिस प्रशासन में खलबली मची है। लोग तरह-तरह के सवाल उठा रहे हैं।