Rudrapur Uttrakhand,अब स्कूली बच्चों के बैग का बोझ कम होगा. अप्रैल से शुरू हो रहे नए सेशन में स्टूडेन्ट्स के लिए बैग फ्री डे से लेकर बैग वेट कम करने पर एजुकेशन डिपॉर्टमेन्ट काम कर रहा है. ये सारी पहल अब पब्लिक से लेकर प्राइवेट स्कूल में शुरू होने जा रहा है.

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Hindustan Times Times प्रिंट मीडिया शैल ग्लोबल टाइम्स।अनिल जोशी ,रूद्रपुर उत्तराखंड

एजुकेशन डिपॉर्टमेन्ट ने बताया है कि नए एजुकेशन सेशन से प्रदेश के सभी सरकारी से लेकर प्राइवेट स्कूलों में हफ्ते में एक दिन बैग-फ्री डे करने का फैसला लिया है. इस दिन फ्री माइंड से स्टूडेंट्स स्कूल जाएंगे और वे पढ़ाई के साथ अन्‍य चीजों को प्रैक्‍टकली सीखेंगे.

सरकार ने फैसला लिया है कि उस दिन हर स्‍कूली बच्‍चे को सामाजिक गतिविधियों से लेकर स्वरोजगार कर रहे लोगों से भी मिलवाया जाएगा. वहीं 6 से 8 क्लास तक के स्टूडेन्ट्स के लिए 4 किलो तो 9 से 12 क्लास तक के स्टूडेंट्स के स्कूल बैग का वजन 3.5 से 5 किलो तक हो सकता है. न्यू एजुकेशन पॉलिसी में स्कूलों में बच्चों के ओवरऑल विकास और रोजगार परक शिक्षा को बढ़ावा देने पर ज्यादा ध्यान केंद्रित करने को कहा गया है. ऐसे में एजुकेशन डिपार्टमेंट उस दिशा में काम करने की बात कह रहा है.

Hindustan Times Times प्रिंट मीडिया शैल ग्लोबल टाइम्स।अनिल जोशी ,रूद्रपुर

स्‍कूली बच्‍चे का ओवर ऑल विकास कराने का लक्ष्‍य
एजुकेशन डिपॉर्टमेन्ट के डायरेक्टर महावीर सिंह बिष्ट ने कहा कि एक ओर तो अभिभावक मानते हैं कि प्राइमरी क्लास से ही बच्चों पर सिलेबस का बोझ है. ऐसे में हर क्लास के हिसाब से स्कूली बस्ते का वेट भी तय होना चाहिए. उन्‍होंने कहा कि हर बच्‍चे में खूबी होती है, टैलेंट होता है. हम उसे अलग- अलग क्षेत्रों के लोगों से मिलवाएंगे. इससे बच्‍चे को कई नई जानकारियां और अनुभव मिलेंगे. कक्षा के सिलेबस के बाहर की दुनिया भी समझ आएगी और बच्‍चा जब खुद के लिए कोई विषय या रोजगार चुनेगा तो उसे यह सब काम आएगा.

पेरेंट से जताई खुशी, सरकार का अभिनव प्रयास सबको पसंद आएगा
पेरेन्ट अनिता और आरती मित्तल ने कहा कि नया सेशन, नए एक्सपेरिमेन्ट के तौर पर एजुकेशन डिपॉर्मेन्ट करने की तैयारी में लगा है जिससे भावी पीढ़ी सामाजिक मूल्यों को भी सीख सके. उन्‍होंने कहा कि सरकार ने नई पहल करते हुए बच्‍चों को नई दिशा और अनुभव देने की कोशिश की है; इसका समर्थन करना चाहिए. इससे बच्‍चों को स्‍कूली पढ़ाई के साथ रियल प्रैक्‍टीकल लाइफ समझ आएगी.

इसके अतिरिक्त काशीपुर में इलेक्ट्रिकल सेक्टर, हरिद्वार में प्रोडक्शन एवं मैन्यूफैक्चरिंग सेक्टर में सेंटर आफ एक्सीलेंस की स्थापना की जा चुकी है। इससे उत्तीर्ण छात्र-छात्राओं को उच्च श्रेणी की कंपनियों में 24 से 25000 रुपये प्रतिमाह वेतन मिल रहा है। वहीं इंडस्ट्री 4.0 के अंतर्गत 13 संस्थाओं का चयन किया गया है। इसमें नए युग के व्यवसायों को चलाया जाना है।

कैबिनेट मंत्री गुरुवार को आईटीआई नियोजन पत्र वितरण समारोह को बतौर मुख्य अतिथि सम्बोधित कर रहे थे। मंत्री ने बताया कि विश्व बैंक पोषित उत्तराखंड वर्कफोर्स डेवलपमेंट परियोजना के अंतर्गत राज्य के 24 आईटीआई का चयन किया गया है। इसमें अत्याधुनिक मशीनों, उपकरणों की व्यवस्था की जा रही है। सिविल वर्क का कार्य किया जा रहा है। सभी संवर्गों के कार्मिकों को उच्च प्रशिक्षण के लिए व्यवस्था की जा रही है। मंत्री ने बताया कि आठवीं पास छात्र अब दो वर्ष के आईटीआई का प्रशिक्षण प्राप्त करने के उपरांत 10वीं के समतुल्य तथा 10वीं पास छात्र आईटीआई करने के उपरांत 12वीं पास के समतुल्य माने जाएंगे। हाल ही में इसका शासनादेश भी जारी किया जा चुका है।

उल्लेखनीय है कि 15 जुलाई 2023 को विश्व युवा कौशल दिवस पर कौशल विकास एवं सेवायोजन विभाग तथा अशोक लीलैंड लिमिटेड पंतनगर के मध्य एमओयू हुआ था। इसके अंतर्गत 1000 युवाओं को प्रतिवर्ष अशोक लीलैंड पंतनगर में अप्रेंटिसशिप ट्रेनिंग कराई जाएगी। यह प्रक्रिया तीन वर्षों तक चलेगी। इसी क्रम में गत पांच महीनों में साझा कार्यक्रम के अंतर्गत मुख्य संस्थाओं तथा सुदूरवर्ती आईटीआई में अप्रेंटिस चयन ड्राइव का आयोजन किया गया। ड्राइव में 833 अभ्यर्थियों ने प्रतिभाग किया। इसमें 298 अभ्यर्थियों का चयन अशोक लीलैंड ने किया। 298 में से 202 अभ्यर्थियों ने ज्वाइन किया। वर्तमान में 180 अभ्यर्थी अशोक लीलैंड पंतनगर में अप्रेंटिसशिप ट्रेनिंग प्राप्त कर रहे हैं।

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