ऐसा कहा जा रहा है कि बसना के साथ बलात्कार किया गया था. जिसके बाद उनकी मौत हुई है.
प्रिंट मीडिया, शैल ग्लोबल टाइम्स/ हिंदुस्तान ग्लोबल टाइम्स/संपादक उत्तराखंड राज्य आंदोलनकारी, अवतार सिंह बिष्ट रुद्रपुर, (उत्तराखंड)
पारिवार के लोगों की माने तो बासना मलिक पिछले मंगलवार (24 दिसंबर) रात करीब 8 बजे घर लौटी थीं. जिसके बाद से ही उन्हें उल्टियां होने लगीं. बाद में रात को खाना खाने के बाद वह परिवार को बिना कुछ बताए सो गई. बुधवार को उनकी हालत बिगड़ने पर उन्हें जेसोर जनरल अस्पताल में भर्ती कराया गया. गुरुवार रात करीब 11 बजे उनकी मौत हो गई.
गैंगरेप के बाद की आत्महत्या?
नाम न छापने की शर्त पर स्थानीय युवक ने बताया कि बासना के साथ सामूहिक बलात्कार किया गया था. इसके साथ ही उसे जबरन परेशान भी किया गया. जिसके कारण वह परेशान थी. यही कारण है कि उसने शर्म के मारे कीटनाशक पीकर आत्महत्या कर ली.
बेटे ने बताया मां के साथ हुआ गंदा व्यवहार
मृतक के बेटे रिंकू मलिक ने बताया कि उसकी मां के साथ बहुत गंदा व्यवहार किया गया है. उन्हें परेशान किया गया. उनके साथ दरिदंगी की गई. मैं मांग करता हूं कि मुझे न्याय दिया जाए. मौत के बाद शव का पोस्टमार्टम किया गया. जिसके बाद मैजपारा के पोराडांगा गांव में स्थानीय श्मशान में दफनाया गया.
मामले को लेकर क्या बोली पुलिस?
इस संबंध में सदर थाने के ओसी मो साजेदुल इस्लाम ने बासना की मौत को रहस्यमय बताया है. उन्होंने कहा कि मामले की जानकारी दोपहर को मिली थी. हमने कुछ गांव वालों से बातचीत की जिसमें पता चला कि बसना का गांव के ही लडके के साथ संबंध था. मंगलवार रात स्थानीय लोगों ने उसे रंगेहाथ पकड़ लिया था.
जिसके बाद वहां मौजूद लोगों ने उसके पैसे छीन लिए और यौन उत्पीड़न किया. बाद में उसने शर्म के मारे जहर पीकर आत्महत्या कर ली.उन्होंने कहा कि इस मामले की जांच की जा रही है. पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मौत की वजह पता चल पाएगी.
लगातार अल्पंख्यकों को किया जा रहा टारगेट
बांग्लादेश में शेख हसीना के जाने के बाद से ही हिंसा देखने को मिल रही है. कई धार्मिक स्थलों को निशाना बनाया जा रहा है. इसके साथ ही उनके दुकानों और दुकानों पर भी हमले किए जा रहे हैं.