
रुद्रपुर, 6 अगस्त 2025।
रक्षा बंधन पर्व के दृष्टिगत मिलावटखोरी पर अंकुश लगाने हेतु जिला प्रशासन व खाद्य सुरक्षा विभाग ने संयुक्त अभियान चलाते हुए आज सिडकुल सेक्टर-6 स्थित मंगलम फूड प्रोडक्ट (मंगलम स्वीट एंड फास्ट फूड) प्रतिष्ठान का औचक निरीक्षण किया। ✍️अवतार सिंह बिष्ट,हिंदुस्तान ग्लोबल टाइम्स, उत्तराखंड राज्य आंदोलनकारी


संपादकीय: मिठास में मिलावट – ‘मंगलम स्वीट’ पर कार्रवाई एक चेतावनी है
त्योहारों की रौनक और मिठाई की मिठास जब मिलावट की कालिख से ढँक जाए, तो यह सिर्फ एक उपभोक्ता अधिकार का हनन नहीं, बल्कि सामाजिक विश्वास का भी अपमान होता है। मंगलम स्वीट एंड फास्ट फूड प्रतिष्ठान पर जिला प्रशासन और खाद्य सुरक्षा विभाग द्वारा किया गया हालिया औचक निरीक्षण एक बेहद जरूरी और समयोचित कदम है।
सिडकुल स्थित इस प्रतिष्ठान से लिए गए खाद्य नमूनों—खोया, काजू टुकड़ा, मैदा और कलाकंद—की गुणवत्ता पर संदेह जताया गया है। यह तथ्य और भी गंभीर हो जाता है जब ज्ञात होता है कि पिछले माह लिए गए नमूनों की जांच में खामियाँ पाई गई थीं, और इसके विरुद्ध FSSA 2006 की धारा 56 के तहत विधिक कार्यवाही भी प्रारंभ हो चुकी है।
यह कोई एक प्रतिष्ठान की कहानी नहीं है, यह उस व्यापक लापरवाही और लालच का संकेत है जो पर्वों के दौरान उपभोक्ताओं के स्वास्थ्य को दांव पर लगा देती है। पर्वों का समय भावनाओं से जुड़ा होता है, ऐसे में मिलावट न केवल शारीरिक नुकसान पहुंचाती है, बल्कि त्योहारों की आत्मा को भी आहत करती है।
अब समय आ गया है कि प्रशासन और आमजन दोनों सतर्क हों। जिस प्रकार प्रशासन ने कार्रवाई की है, वह सराहनीय है, लेकिन यह कार्य सतत और सख्त होना चाहिए। जनता को भी जागरूक होकर सिर्फ स्वाद नहीं, गुणवत्ता की माँग करनी होगी।
मिठास को सुरक्षित रखना हम सबकी सामूहिक जिम्मेदारी है।
निरीक्षण के दौरान प्रतिष्ठान से चार खाद्य सामग्री के नमूने संदेह के आधार पर लिए गए, जिनमें खोया, काजू टुकड़ा, मैदा और कलाकंद शामिल हैं। सभी नमूनों को मौके पर ही सील कर परीक्षण के लिए भेजा गया। इसके पश्चात टीम ने नैनीताल रोड स्थित प्रतिष्ठानों का भी निरीक्षण किया और बीकानेर मिठाई प्रतिष्ठान से दो खाद्य नमूने—काजू कतली और पेड़ा—संग्रहित किए।
विशेष उल्लेखनीय है कि पिछले माह मंगलम स्वीट एंड फास्ट फूड से खाद्य सुरक्षा अधिकारी श्रीमती आशा आर्या द्वारा लिए गए सर्विलांस नमूनों की जांच रिपोर्ट में खामियां (असुरक्षा) पाई गई थीं। साथ ही प्रतिष्ठान के खाद्य अनुज्ञप्ति मानकों में भी कमियां पाई गईं। इस आधार पर FSSA 2006 की धारा 56 के तहत अपर जिला अधिकारी (वित्त एवं राजस्व) / न्याय निर्णयन अधिकारी न्यायालय, जनपद उधम सिंह नगर में वाद दायर किया गया है।
निरीक्षण टीम में शामिल प्रमुख अधिकारी:
सहायक आयुक्त, खाद्य संरक्षा – ललित मोहन पांडे
- तहसीलदार, रुद्रपुर – श्री दिनेश कुटोला
- वरिष्ठ खाद्य सुरक्षा अधिकारी, काशीपुर/सितारगंज – श्रीमती अपर्णा साह
- खाद्य सुरक्षा अधिकारी, रुद्रपुर/किच्छा/खटीमा – श्रीमती आशा आर्या
- थाना प्रभारी, ट्रांजिट कैंप – श्री मोहन चंद्र पांडे
- चौकी प्रभारी, सिडकुल – उपस्थित
प्रशासन द्वारा इस अभियान के तहत आम जनता को आश्वस्त किया गया है कि त्योहारों के मौसम में खाद्य सामग्री की गुणवत्ता और सुरक्षा से कोई समझौता नहीं किया जाएगा। मिलावटखोरों पर सख्त कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी।

