ईडी ने धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए), 2002 के तहत पंचकूला स्थित अल्केमिस्ट अस्पताल और ओजस अस्पताल के शेयरों को अस्थायी रूप से कुर्क किया है। बताया जा रहा है कि इन संपत्तियों का स्वामित्व केडी सिंह के बेटे
करण दीप सिंह के पास है। यह कार्रवाई अल्केमिस्ट ग्रुप, उसकेp। निदेशकों, प्रमोटरों और संबंधित संस्थाओं द्वारा बड़े पैमाने पर धोखाधड़ी और सार्वजनिक धन के दुरुपयोग के आरोपों की चल रही जांच का हिस्सा है।ईडी की जाँच पहले कोलकाता पुलिस और बाद में लखनऊ स्थित सीबीआई की भ्रष्टाचार निरोधक शाखा द्वारा दर्ज की गई एक प्राथमिकी के आधार पर शुरू हुई। यह मामला उन आरोपों के इर्द-गिर्द केंद्रित है जिनमें कहा गया है कि अलकेमिस्ट समूह ने फर्जी सामूहिक निवेश योजनाओं (सीआईएस) के ज़रिए अवैध रूप से लगभग 1,848 करोड़ रुपये जुटाकर हज़ारों निवेशकों को ठगा। कंपनियों ने निवेशकों को ज़्यादा रिटर्न और प्लॉट, फ्लैट और विला के झूठे आश्वासन देकर लुभाया, लेकिन कथित तौर पर इस पैसे का इस्तेमाल अनधिकृत उद्देश्यों के लिए किया।✍️ अवतार सिंह बिष्ट विशेष संवाददाता, हिंदुस्तान ग्लोबल टाइम्स
ईडी के अनुसार, एकत्रित धन को समूह की कंपनियों के बीच जटिल वित्तीय लेनदेन के ज़रिए उनके अवैध स्रोतों को छिपाने के लिए कई स्तरों पर इकट्ठा किया गया था। इस धन का इस्तेमाल अंततः शेयर खरीदने और अलकेमिस्ट अस्पताल तथा ओजस अस्पताल बनाने में किया गया, जिनके बारे में ईडी का कहना है कि बाद में अपराध की आय को छिपाने के लिए इन्हें वैध संपत्ति के रूप में पेश किया गया।

