अपना पोलिंग बूथ जीतने और रिकॉर्ड तोड़ने का संकल्प
पीएम मोदी, ‘हम चुनाव में कितनी ही बड़ी विजय प्राप्त करने की इच्छा रखते हों लेकिन जब तक पोलिंग बूथ नहीं जीतते हैं तब तक चुनाव जीत ही नहीं सकते हैं, इसलिए चुनाव में विजय की जो आत्मा है वह पोलिंग बूथ की विजय में है।’ मोदी ने कहा, ‘इसलिए मेरा तो हमेशा आग्रह रहता है कि हमें एक ही लक्ष्य लेकर काम करना चाहिए कि हम अपना पोलिंग बूथ जीतेंगे और पुराने जितने भी रिकॉर्ड हैं उन सबको तोड़ने का संकल्प लेकर काम करेंगे।’
‘हमें पोलिंग बूथ के लाभार्थियों की रील बनानी चाहिए’
प्रधानमंत्री ने कार्यकर्ताओं को सोशल मीडिया का ज्यादा से ज्यादा इस्तेमाल करने की सलाह देते हुए कहा, ‘सोशल मीडिया में भी हम छाए रहने चाहिए। हमें पोलिंग बूथ के लाभार्थियों की रील बनानी चाहिए। उन रील को हमें प्रसारित करना चाहिए। जितना ज्यादा ऐसा काम होगा हमें चुनाव जीतने भी बहुत मदद मिलेगी।’ मोदी ने कहा, ‘लोकसभा चुनाव हो या विधानसभा चुनाव, हर चुनाव में आपकी मेहनत से नए रिकॉर्ड बन रहे हैं। आप लोगों का यह जोश देखकर मुझे तो प्रसन्नता होती ही है लेकिन बाकी पार्टियों के नेता आपका यह जोश देखकर पहले ही ठंडे पड़ जाते हैं। मुझे विश्वास है कि यूपी के सभी भाजपा कार्यकर्ता हर सीट पर, हर पोलिंग बूथ पर विजय सुनिश्चित करने के लिए जी जान से जुट गए हैं। आप लोगों को सही दिशा में अपने प्रयास तेज करने हैं और हर मतदाता तक अपनी बात पहुंचानी है।’
‘हर मतदाता को हाथ जोड़-जोड़ कर बूथ पर लाएंगे’
पीएम नरेंद्र मोदी ने कार्यकर्ताओं से कहा कि वह सिर्फ चुनाव प्रचार पर ध्यान केंद्रित न करें, बल्कि मतदाताओं का भाजपा के पक्ष में वोट पक्का करने का लक्ष्य रखें। उन्होंने कहा, ‘हम पांच साल मेहनत करते हैं लेकिन आखिरी दिन अगर मतदाता घर से नहीं निकला तो आपकी सारी मेहनत पानी में चली जाती है, इसलिए हमारा सबसे बड़ा काम है कि मतदान के दिन हम हर मतदाता को हाथ जोड़-जोड़ कर बूथ पर लाएंगे और भाजपा के पक्ष में मतदान कराएंगे, राजग के पक्ष में मतदान कराएंगे। यही हमारी आप सबसे अपेक्षा है।’
‘कार्यकर्ताओं को हर प्रकार से बहुत जागृत रहना पड़ता है’
प्रधानमंत्री ने बूथ अध्यक्षों, पन्ना प्रभारियों और कार्यकर्ताओं से कहा, ‘आप सभी मतदाताओं के सीधे संपर्क में होते हैं। उनके लिए आप ही भाजपा का चेहरा होते हैं। जब आप उनसे मिलते हैं तो वे आप में भी मोदी को ही देखते हैं। आप जो बताते हैं उन्हें लगता है कि यह मोदी बता रहा है। आप जब उनको कोई गारंटी देते हैं तो वे भरोसा करते हैं कि ये मोदी के साथी हैं तो इस गारंटी में ताकत है और इसलिए आप मतदाताओं की नजरों में बहुत बड़े व्यक्ति होते हैं।’ उन्होंने कहा, ‘आप तो क्षेत्र में रहते हैं। मतदाताओं से लगातार मिलते हैं। उठते-बैठते चुनाव की चर्चा होती है। मतदाता भी आपको बहुत बारीकी से देखता है कि आपका व्यवहार कैसा है। आप कितने उत्साहित हैं, आप कितने आशावादी हैं, आप कितने आश्वस्त हैं… ये सारी बातें मतदाता बहुत बारीकी से देखता है और थोड़ा सा भी अहंकार नजर आए तो मतदाता हमसे एकदम से दूर हो जाता है, इसलिए पोलिंग बूथ के कार्यकर्ताओं को हर प्रकार से बहुत जागृत रहना पड़ता है।’
‘परिवारवादी राजनीति के विरुद्ध लोकतंत्र की भलाई’
प्रधानमंत्री ने कहा कि वह परिवारवादी राजनीति के विरुद्ध लोकतंत्र की भलाई के लिए लड़ रहे हैं। उन्होंने पूछा कि यह मुद्दा जमीनी स्तर तक कैसे जा रहा है, लोगों में इस मुद्दे को कैसे ले जाया जा रहा है? मोदी ने बूथ अध्यक्षों से महिला मतदाताओं के रुझान के बारे में भी जानकारी ली। उन्होंने रामनवमी पर बूथ पर कार्यक्रम आयोजित करने और नवरात्रि के सभी नौ दिन में ‘शक्ति संपर्क योजना’ बनाकर सभी महिलाओं को सक्रिय करने समेत नए-नए तरीके ढूंढने को कहा।
लोकसभा चुनाव के तीसरे चरण में संभल, बदायूं, बरेली, आंवला, एटा, हाथरस, आगरा, फ़तेहपुर सीकरी, फ़िरोजाबाद और मैनपुरी लोकसभा सीटों पर आगामी सात मई को मतदान होगा।मोदी ने उत्तर प्रदेश में तीसरे चरण में होने वाले चुनाव के तहत आने वाली 10 लोकसभा सीटों के सभी 22,648 बूथ के कार्यकर्ताओं को ‘नमो ऐप’ के माध्यम से संबोधित किया।
अपना पोलिंग बूथ जीतने और रिकॉर्ड तोड़ने का संकल्प
पीएम मोदी, ‘हम चुनाव में कितनी ही बड़ी विजय प्राप्त करने की इच्छा रखते हों लेकिन जब तक पोलिंग बूथ नहीं जीतते हैं तब तक चुनाव जीत ही नहीं सकते हैं, इसलिए चुनाव में विजय की जो आत्मा है वह पोलिंग बूथ की विजय में है।’ मोदी ने कहा, ‘इसलिए मेरा तो हमेशा आग्रह रहता है कि हमें एक ही लक्ष्य लेकर काम करना चाहिए कि हम अपना पोलिंग बूथ जीतेंगे और पुराने जितने भी रिकॉर्ड हैं उन सबको तोड़ने का संकल्प लेकर काम करेंगे।’
‘हमें पोलिंग बूथ के लाभार्थियों की रील बनानी चाहिए’
प्रधानमंत्री ने कार्यकर्ताओं को सोशल मीडिया का ज्यादा से ज्यादा इस्तेमाल करने की सलाह देते हुए कहा, ‘सोशल मीडिया में भी हम छाए रहने चाहिए। हमें पोलिंग बूथ के लाभार्थियों की रील बनानी चाहिए। उन रील को हमें प्रसारित करना चाहिए। जितना ज्यादा ऐसा काम होगा हमें चुनाव जीतने भी बहुत मदद मिलेगी।’ मोदी ने कहा, ‘लोकसभा चुनाव हो या विधानसभा चुनाव, हर चुनाव में आपकी मेहनत से नए रिकॉर्ड बन रहे हैं। आप लोगों का यह जोश देखकर मुझे तो प्रसन्नता होती ही है लेकिन बाकी पार्टियों के नेता आपका यह जोश देखकर पहले ही ठंडे पड़ जाते हैं। मुझे विश्वास है कि यूपी के सभी भाजपा कार्यकर्ता हर सीट पर, हर पोलिंग बूथ पर विजय सुनिश्चित करने के लिए जी जान से जुट गए हैं। आप लोगों को सही दिशा में अपने प्रयास तेज करने हैं और हर मतदाता तक अपनी बात पहुंचानी है।’
‘हर मतदाता को हाथ जोड़-जोड़ कर बूथ पर लाएंगे’
पीएम नरेंद्र मोदी ने कार्यकर्ताओं से कहा कि वह सिर्फ चुनाव प्रचार पर ध्यान केंद्रित न करें, बल्कि मतदाताओं का भाजपा के पक्ष में वोट पक्का करने का लक्ष्य रखें। उन्होंने कहा, ‘हम पांच साल मेहनत करते हैं लेकिन आखिरी दिन अगर मतदाता घर से नहीं निकला तो आपकी सारी मेहनत पानी में चली जाती है, इसलिए हमारा सबसे बड़ा काम है कि मतदान के दिन हम हर मतदाता को हाथ जोड़-जोड़ कर बूथ पर लाएंगे और भाजपा के पक्ष में मतदान कराएंगे, राजग के पक्ष में मतदान कराएंगे। यही हमारी आप सबसे अपेक्षा है।’
‘कार्यकर्ताओं को हर प्रकार से बहुत जागृत रहना पड़ता है’
प्रधानमंत्री ने बूथ अध्यक्षों, पन्ना प्रभारियों और कार्यकर्ताओं से कहा, ‘आप सभी मतदाताओं के सीधे संपर्क में होते हैं। उनके लिए आप ही भाजपा का चेहरा होते हैं। जब आप उनसे मिलते हैं तो वे आप में भी मोदी को ही देखते हैं। आप जो बताते हैं उन्हें लगता है कि यह मोदी बता रहा है। आप जब उनको कोई गारंटी देते हैं तो वे भरोसा करते हैं कि ये मोदी के साथी हैं तो इस गारंटी में ताकत है और इसलिए आप मतदाताओं की नजरों में बहुत बड़े व्यक्ति होते हैं।’ उन्होंने कहा, ‘आप तो क्षेत्र में रहते हैं। मतदाताओं से लगातार मिलते हैं। उठते-बैठते चुनाव की चर्चा होती है। मतदाता भी आपको बहुत बारीकी से देखता है कि आपका व्यवहार कैसा है। आप कितने उत्साहित हैं, आप कितने आशावादी हैं, आप कितने आश्वस्त हैं… ये सारी बातें मतदाता बहुत बारीकी से देखता है और थोड़ा सा भी अहंकार नजर आए तो मतदाता हमसे एकदम से दूर हो जाता है, इसलिए पोलिंग बूथ के कार्यकर्ताओं को हर प्रकार से बहुत जागृत रहना पड़ता है।’
‘परिवारवादी राजनीति के विरुद्ध लोकतंत्र की भलाई’
प्रधानमंत्री ने कहा कि वह परिवारवादी राजनीति के विरुद्ध लोकतंत्र की भलाई के लिए लड़ रहे हैं। उन्होंने पूछा कि यह मुद्दा जमीनी स्तर तक कैसे जा रहा है, लोगों में इस मुद्दे को कैसे ले जाया जा रहा है? मोदी ने बूथ अध्यक्षों से महिला मतदाताओं के रुझान के बारे में भी जानकारी ली। उन्होंने रामनवमी पर बूथ पर कार्यक्रम आयोजित करने और नवरात्रि के सभी नौ दिन में ‘शक्ति संपर्क योजना’ बनाकर सभी महिलाओं को सक्रिय करने समेत नए-नए तरीके ढूंढने को कहा।